दिल्ली के सरकारी स्कूल में कथित यौन उत्पीड़न की घटना के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक्शन मोड में हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो लड़कों का उनके सहपाठियों द्वारा यौन शोषण किए जाने की घटना की सूचना पुलिस को कथित तौर पर न देने को लेकर उत्तर पश्चिमी दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के शिक्षकों तथा उप प्रधानाचार्य को निलंबित करने का मंगलवार को आदेश दिया.
उन्होंने शिक्षा निदेशालय से सभी शिक्षकों तथा प्रधानाचार्य के संदर्भ के लिए उच्च गुणवत्ता की सामग्री तैयार करने तथा बच्चों से दुर्व्यवहार के मामलों से निपटने के लिए अनुकूल माहौल बनाए जाने के वास्ते स्कूलों को दिशा निर्देश जारी करने का भी निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बाल यौन अपराध संरक्षण कानून के प्रावधानों पर सभी प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाए.
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गौरतलब है कि 12 और 13 वर्ष के दो छात्रों ने पुलिस में अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई है कि पांच से छह सहपाठियों ने उनका यौन उत्पीड़न किया. पुलिस ने बताया कि यह कथित घटना अप्रैल में स्कूल के ‘समर कैंप' (ग्रीष्मकालीन शिविर) के दौरान हुई थी.
अधिकारियों ने बताया कि आठवीं कक्षा के 13 वर्षीय छात्र ने आरोप लगाया कि अप्रैल में ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान उसके सहपाठी उसे जबरदस्ती एक पार्क में ले गए और उसका यौन उत्पीड़न किया. साथ ही उन्होंने उसे यह बात किसी को न बताने की धमकी भी दी.
अधिकारियों के अनुसार, कुछ दिन पहले उन लड़कों ने छात्र को परेशान करना शुरू कर दिया तो उसने अपने शिक्षकों को पूरी घटना की जानकारी दी. इस पर शिक्षकों ने उसे यह बात किसी को भी नहीं बताने को कहा.
उन्होंने बताया कि इसके बाद छात्र ने अपने अभिभावकों को घटना की जानकारी दी और फिर अभिभावकों ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन कर इस बारे में सूचित किया. मामला रविवार को दर्ज किया गया.
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