विज्ञापन
This Article is From Aug 03, 2020

कोरोना वैक्सीन के दूसरे-तीसरे चरण के मानव परीक्षण को DCGI ने दी मंजूरी

भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोविड-19 (COVID-19) के टीके के देश में दूसरे व तीसरे चरण के मानव परीक्षण के लिये सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को मंजूरी दे दी है.

कोरोना वैक्सीन के दूसरे-तीसरे चरण के मानव परीक्षण को DCGI ने दी मंजूरी
कई देश कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोविड-19 (COVID-19) के टीके के देश में दूसरे व तीसरे चरण के मानव परीक्षण के लिये सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को मंजूरी दे दी है. सरकारी अधिकारियों ने बताया कि SII को यह मंजूरी औषधि महानियंत्रक डॉ. वी.जी सोमानी ने रविवार देर रात दी. इससे पहले उन्होंने कोविड-19 के विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) की अनुशंसाओं पर गहन विचार-विमर्श किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘कंपनी को तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल से पहले सुरक्षा संबंधी वह डेटा केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के पास जमा करना होगा, जिसका मूल्यांकन डेटा सुरक्षा निगरानी बोर्ड (DSMB) ने किया हो. ''

उन्होंने जानकारी दी, ‘‘इस शोध की रूपरेखा के मुताबिक, शोध में शामिल हर व्यक्ति को चार हफ्ते के अंतर पर दो डोज दिए जाएंगे (अर्थात पहले डोज के 29वें दिन दूसरा डोज दिया जाएगा). इसके बाद तय अंतराल पर सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनत्व का आकलन होगा.'' अधिकारियों ने बताया कि CDSCO के विशेषज्ञ पैनल ने पहले और दूसरे चरण के परीक्षण से मिले डेटा पर गहन विचार विमर्श करने के बाद ‘कोविशिल्ड' के भारत में स्वस्थ वयस्कों पर दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण की मंजूरी दी.

भारत में COVID-19 के कुल मामले 18 लाख के पार, पिछले 24 घंटे में 52,972 नए कोरोनावायरस केस, 771 मौत

ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित इस टीके के दूसरे एवं तीसरे चरण का परीक्षण अभी ब्रिटेन में चल रहा है. तीसरे चरण का परीक्षण ब्राजील में और पहले तथा दूसरे चरण का परीक्षण दक्षिण अफ्रीका में चल रहा है. दूसरे एवं तीसरे चरण के परीक्षण के लिए SII के आवेदन पर विचार करने के बाद SEC ने 28 जुलाई को इस संबंध में कुछ और जानकारी मांगी थी तथा प्रोटोकॉल में संशोधन करने को कहा था. SII ने संशोधित प्रस्ताव बुधवार को जमा करवा दिया. पैनल ने यह भी सुझाव दिया है कि क्लिनिकल ट्रायल के लिए स्थलों का चुनाव पूरे देशभर से किया जाए.

VIDEO: कोवैक्सीन पूरी तरह से भारतीय, शुरुआती ट्रायल में सुरक्षित पाई गई है : रणदीप गुलेरिया

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com