नरेंद्र दाभोलकर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सीबीआई ने शुक्रवार को दावा किया कि अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक ने हिंदू विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए 15000 लोगों की सशस्त्र सेना के गठन के बारे में कहा।
अकोलकर को भेजा था ई-मेल
एजेंसी ने आरोप लगाया कि सनातन संस्था के सदस्य वीरेंद्र तावड़े ने सारंग अकोलकर को ई-मेल भेजा था। अकोलकर भगोड़ा आरोपी है जिसके खिलाफ गोवा में 2009 में हुए विस्फोट के मामले में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। तावड़े को दाभोलकर की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
15 हजार लोगों की सेना के गठन की बात
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इन ई-मेल में तावड़े ने 15000 लोगों की सेना के गठन के बारे में कहा है जो हथियारबंद हैं और देश में हिंदू विरोधी ताकतों से लड़ने को तैयार हैं। सूत्रों ने बताया कि तावड़े ने अकोलकर से कहा कि धन दान और चंदा से जुटाया जाना चाहिए और अगर हथियारों की खरीद के लिए तब भी धन कम पड़ता है, तब लोगों को डकैती का सहारा लेना चाहिए।
तावड़े को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था। वह सीबीआई की हिरासत में है और सीबीआई के दावों की पुष्टि के लिए कोई साधन नहीं है लेकिन उसके वकील ने पुणे में विशेष अदालत में आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि उसका मुवक्किल निर्दोष है।
सूत्रों ने दावा किया कि तावड़े ने कूट भाषा में अकोलकर को ई-मेल भेजा और उसमें बंदूक के लिए किताब और गोलियों के लिए चॉकलेट का इस्तेमाल किया गया है। दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को दो लोगों ने उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह पुणे में सुबह की सैर पर निकले थे। सीबीआई ने इस मामले में तावड़े और अकोलकर समेत छह संदिग्धों की कथित तौर पर पहचान की है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अकोलकर को भेजा था ई-मेल
एजेंसी ने आरोप लगाया कि सनातन संस्था के सदस्य वीरेंद्र तावड़े ने सारंग अकोलकर को ई-मेल भेजा था। अकोलकर भगोड़ा आरोपी है जिसके खिलाफ गोवा में 2009 में हुए विस्फोट के मामले में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। तावड़े को दाभोलकर की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
15 हजार लोगों की सेना के गठन की बात
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इन ई-मेल में तावड़े ने 15000 लोगों की सेना के गठन के बारे में कहा है जो हथियारबंद हैं और देश में हिंदू विरोधी ताकतों से लड़ने को तैयार हैं। सूत्रों ने बताया कि तावड़े ने अकोलकर से कहा कि धन दान और चंदा से जुटाया जाना चाहिए और अगर हथियारों की खरीद के लिए तब भी धन कम पड़ता है, तब लोगों को डकैती का सहारा लेना चाहिए।
तावड़े को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था। वह सीबीआई की हिरासत में है और सीबीआई के दावों की पुष्टि के लिए कोई साधन नहीं है लेकिन उसके वकील ने पुणे में विशेष अदालत में आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि उसका मुवक्किल निर्दोष है।
सूत्रों ने दावा किया कि तावड़े ने कूट भाषा में अकोलकर को ई-मेल भेजा और उसमें बंदूक के लिए किताब और गोलियों के लिए चॉकलेट का इस्तेमाल किया गया है। दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को दो लोगों ने उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह पुणे में सुबह की सैर पर निकले थे। सीबीआई ने इस मामले में तावड़े और अकोलकर समेत छह संदिग्धों की कथित तौर पर पहचान की है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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