सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) को निर्देश दिया है कि कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए देशभर में 5,400 से अधिक लोगों को पृथक रखने के लिए सुविधाएं तैयार करें. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. इन बलों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड आते हैं. वायरस के बड़े पैमाने पर फैलने की आशंका को देखते हुए इन बलों को 75 पृथक वार्ड बनाने के लिए भी कहा गया है. अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन बलों को देश में 37 स्थानों पर कुल 5,440- बिस्तरों की क्षमता वाले केंद्र तैयार करने को कहा है. बलों को इन स्थानों पर 75 पृथक वार्ड बनाने को भी कहा गया है.
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "इसका मकसद क्षमता तैयार करना है. इन बलों को अपने डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और स्वच्छता कर्मचारियों की अपनी टीमों को भी नियुक्त करने के लिए कहा गया है.'' भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) बल पहले से ही दिल्ली के छावला इलाके में एक पृथक केंद्र चला रहा है. उसे इन बलों के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करने के लिए कहा गया है. अधिकारियों ने बताया कि आईटीबीपी के विशेषज्ञ इन बलों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करेंगे और ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार करेंगे ताकि उन्हें कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के लिए पृथक केंद्र चलाने के लिए प्रबंधन और अन्य चिकित्सा प्रोटोकॉल को समझने में मदद मिल सके.
चीन के वुहान से बाहर निकाले गए भारतीयों और विदेशी लोगों का दूसरा जत्था अब भी आईटीबीपी केंद्र में रह रहा है. आईटीबीपी के महानिदेशक एस एस देशवाल ने कहा कि दूरदर्शन चैनल पर इन उपायों के बारे में जागरूकता सत्र आयोजित किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 43 हो गई.
वीडियो: भारत में कोरोना के अब तक 43 मामले
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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