गुमला की रहने वाली पांच वर्ष की श्रेयांशी एवं आठ वर्षीया प्रियांशी ने जब अपने पिता से कहा कि ‘देश संकट में है और हमारे पॉकेट मनी के पैसे को पीएम अंकल के पास जमा कर दीजिए' तो उनकी आंखें बरबस ही डबडबा गयीं और उन्होंने उनके जेबखर्च के 2440 रुपये पीएम केयर्स कोष में भिजवा कर समाज के लिए आज एक मिसाल कायम की. गुमला के रहने वाली दोनों बेटियों ने अपने पिता शंकर मिश्रा से बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘देश संकट में है, हमें मदद करनी चाहिए. हमारे पैसे को पीएम अंकल के पास जमा कर दीजिए.'' उनके पिता शंकर मिश्रा बेटियों की बात सुनकर सोच में पड़ गए लेकिन उनके जज्बे को देखकर उनकी राय मानी और आज उपायुक्त शशि रंजन के समक्ष प्रस्तुत होकर उनकी जेबखर्च के 2440 रुपये पीएम केयर्स कोष के लिए उन्हें सौंप दिए.
उपायुक्त ने इस पैसे को प्रधानमंत्री राहत कोष में डालने के लिए भेज दिया. उपायुक्त शशि रंजन ने इन दोनों बेटियों पर नाज करते हुए इसे एक अच्छी और अनुकरणीय पहल बताया. उन्होंने कहा कि ऐसे संकट की घड़ी में गुमला की 5 साल की श्रेयांशी और 8 साल की प्रियांशी ने देश के प्रति अपनी सोच का लोहा मनवाने के लिए एक मिसाल पेश की है.
उनके पिता ने बताया कि दोनों बेटियों ने जब टीवी पर प्रधानमंत्री की अपील और राहत कोष में दान देने का प्रचार देखा तो उनसे अपने पैसे भी प्रधानमंत्री को भेजने का आग्रह किया. उपायुक्त से श्रेयांशी ने कहा कि अभी देश संकट में है तो हमें भी मदद करनी चाहिए. इसलिए हमने अपने पैसे प्रधानमंत्री मोदी अंकल के लिए जमा कर दिए.
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