कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि, 'गडकरी के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और उनकी निगाहें पीएम की कुर्सी पर हैं'.कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा,‘गडकरी जी के बयान पर मैं एक हिंदी की कहावत कहना चाहता हूं- कहीं पे निगाहें, कहीं पे निशाना. उनकी निगाहें प्रधानमंत्री की कुर्सी पर हैं और निशाने पर प्रधानमंत्री हैं'. उन्होंने कहा,‘आपको याद होगा कि कुछ वक्त पहले गडकरी ने कहा था कि हम लोगों को विश्वास नहीं था कि सत्ता में आएंगे और जो मन में आया वो वादे कर दिए. उनके पहले के बयान और इस बयान में सामंजस्य बैठाएं तो पता चलेगा कि वह क्या कहना चाहते हैं'. गौरतलब है कि सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने रविवार को कहा था कि जो नेता लोगों को सपने बेचते हैं, लेकिन उन्हें पूरा कर पाने में नाकाम रहते हैं तो जनता उनकी पिटाई भी करती है.
गडकरी बोले, सपने दिखाने वाले नेता अच्छे लगते हैं पर अगर पूरे नहीं किए तो जनता पिटाई भी करती है
ईशा कोप्पिकर को बीजेपी में शामिल कराने के कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते हैं, पर दिखाए हुए सपने अगर पूरे नहीं किए तो जनता उनकी पिटाई भी करती है. इसलिए सपने वही दिखाओ जो पूरे हो सकें. गडकरी ने कहा कि मैं सपने दिखाने वाले में से नहीं हूं, मैं जो बोलता हूं वो 100 फीसदी डंके की चोट पर पूरा करता हूं. लोकसभा चुनाव से पहले नितिन गडकरी के इस बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. आपको बता दें कि विपक्षी दल पीएम मोदी को सपनों के सौदागर का तमगा दे चुका है और अच्छे दिनों के नारे पर जमकर चुटकी ली जाती है. ऐसे में गडकरी के इस बयान पर राजनीतिक ड्रामा होना तय माना जा रहा है. 70वें गणतंत्र दिवस के मौके पर नितिन गडकरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ गुफ्तगू करते देखे गए थे, एक कार्यक्रम में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ भी की थी और इन सब के बाद सपने दिखाने वाले नेताओं की पिटाई का बयान गडकरी के लिए मुश्किलों का सबब बन सकता है. (इनपुट- भाषा से भी)
नितिन गडकरी बोले- हर किसी को नौकरी नहीं मिल सकती, बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या
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