
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा.
नई दिल्ली:
बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वामपंथी विचारकों के घरों पर छापेमारी के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का नंबर भी मिला है, लेकिन दिग्विजय सिंह ने इससे इनकार भी नहीं किया है कि यह उन्हीं का नंबर है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि नक्सलवाद और माओवाद के मुद्दे पर कांग्रेस का दोहरा चरित्र रहा है. यूपीए के समय जो गृह मंत्री रहे उनके बयानों को देखें तो कुछ नक्सलियों के साथ खड़े नजर आते हैं और कुछ विरोध में. बाकी पूरी तरह साथ खड़े हैं. नक्सलिज्म को रोमान्टीसाइज किया गया. 2011 में मलकानगिरी के कलेक्टर को अगवा किया गया, इसके बदले 8 नक्सलियों को छोड़ने की मांग थी. कुछ को छोड़ा भी गया. उसमें ए. पद्मा भी शामिल हैं. वह टॉप माओवादी की पत्नी थी.
BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने बताया, "हालिया छापों में दो कॉमरेडों सुरेंद्र और प्रकाश के बीच एक खत भी मिला है, जो 25 सितंबर, 2017 को लिखा गया. खत में एक पंक्ति है, 'कांग्रेस नेता भी इस प्रक्रिया में मदद करने के लिए खासे इच्छुक हैं, और जब भी मौका आता है, इस तरह के प्रदर्शनों को फंड करने पर भी सहमति दे चुके हैं. इस संदर्भ में हमारे मित्र से नंबर पर संपर्क किया जा सकता है.' यह फोन नंबर किसी और का नहीं, (कांग्रेस अध्यक्ष) राहुल गांधी के मेन्टॉर तथा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने भी स्पष्टीकरण नहीं दिया है कि यह नंबर उनका नहीं है, और इसी वजह से यह स्वीकार कर लिया है कि यह नंबर उन्हीं का है."
There are some who have romanticised Naxalism within the Congress party. The biggest example of this was the National Advisory Council (NAC) by Congress, which was the brainchild of Sonia Gandhi & closest to her. That body was the ground for supporting Naxalism: Sambit Patra, BJP pic.twitter.com/8aPb4JDmJI
— ANI (@ANI) September 4, 2018
BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने बताया, "हालिया छापों में दो कॉमरेडों सुरेंद्र और प्रकाश के बीच एक खत भी मिला है, जो 25 सितंबर, 2017 को लिखा गया. खत में एक पंक्ति है, 'कांग्रेस नेता भी इस प्रक्रिया में मदद करने के लिए खासे इच्छुक हैं, और जब भी मौका आता है, इस तरह के प्रदर्शनों को फंड करने पर भी सहमति दे चुके हैं. इस संदर्भ में हमारे मित्र से नंबर पर संपर्क किया जा सकता है.' यह फोन नंबर किसी और का नहीं, (कांग्रेस अध्यक्ष) राहुल गांधी के मेन्टॉर तथा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने भी स्पष्टीकरण नहीं दिया है कि यह नंबर उनका नहीं है, और इसी वजह से यह स्वीकार कर लिया है कि यह नंबर उन्हीं का है."
बीजेपी प्रवक्ता के इस आरोप पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी पलटवार किया है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर ऐसा है तो मुझे सरकार गिरफ्तार करे. पहले देशद्रोही और अब नक्सली. इसलिये यहीं से गिरफ्तार मुझे करिये.Agar aisa hai, to mujhe sarkaar giraftar kare. Pehle deshdrohi, ab Naxali. Isiliye, yahin se giraftar mujhe karaiye: Congress' Digvijay Singh on BJP's Sambit Patra statement that Singh's phone number has come up in documents found in anti-Naxal raids pic.twitter.com/I6CKGQOz3c
— ANI (@ANI) September 4, 2018
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