दिल्ली पुलिस ने सेक्स और ड्रग गिरोह के खिलाफ कथित रूप से कार्रवाई करने से मना करने वाले अपने अधिकारियों को निलंबित करने से शुक्रवार को मना कर दिया, लेकिन दिल्ली सरकार अपनी मांग पर अभी भी अड़ी हुई है। इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके तीन मंत्री शुक्रवार की शाम गृहमंत्री से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। मुलाकात के बाद दिल्ली के सीएम और मंत्रियों ने सोमवार 10 बजे तक कार्रवाई नहीं होने पर गृहमंत्रालय के समक्ष धरना देने की धमकी दी है।
इससे पहले दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से कहा कि सरकार चाहती है कि पुलिसकर्मियों के व्यवहार की जांच के लिए उपराज्यपाल नजीब जंग के शुक्रवार को जो आदेश दिया है उसका परिणाम आने तक चारों अधिकारियों को निलंबित किया जाए।
सिसोदिया ने मीडिया से कहा, "उनका निलंबन जरूरी है, अन्यथा जांच में समस्या पैदा होगी।"
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार चुप नहीं बैठ सकती। यह शीला दीक्षित की सरकार नहीं है। सरकार बदल चुकी है। चाहे दिल्ली पुलिस हमारे दायरे में हो या न हो, हम कार्रवाई करेंगे।"
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार में नंबर दो माने जा रहे सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल से मुलाकात की और अधिकारियों के निलंबन पर जोर दिया।
मंत्री के मुताबिक जब जंग ने कहा कि वे किसी को भी निलंबित नहीं कर सकते, पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा कि कर्मियों को निलंबित करना अब कठिन होगा।
सिसोदिया ने कहा कि आप का प्रतिनिधिमंडल अब केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के समक्ष अपनी मांग रखेगा।
सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों सोमनाथ भारती और राखी बिरला के खिलाफ सतर्कता के आरोपों को खारिज किया।
भारती ने दिल्ली पुलिस पर बार-बार शिकायत के बावजूद सेक्स एवं ड्रग रैकेट के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है, जबकि राखी बिरला ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने बहू को जलाने वाले परिवार के लोगों को गिरफ्तार करने से मना कर दिया, देश की राजधानी में यह कैसी पुलिस व्यवस्था है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस को मालवीय नगर और सागरपुर के एसएचओ सहित चार अधिकारियों को निलंबित करने के लिए कहा था।
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