
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के 'भाईजान' बने देशों को भी उसी अंदाज में जवाब मिल रहा है. भारत के खिलाफ चीन की झूठ मशीन ग्लोबल टाइम्स का एक्स अकाउंट बंद करने के बाद उसकी शिन्हुआ न्यूज एजेंसी को भी ब्लॉक कर दिया गया है. इसके अलावा पाकिस्तान के हाथ में ड्रोन थमाने वाले तुर्किए के ब्रॉडकास्टर टीआटी वर्ल्ड के हैंडल पर भी भारत में ताला लगा दिया गया है.
तुर्की को लेकर भारत के अंदर भी जबर्दस्त गुस्सा है. चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने सोमवार को दिल्ली में 700 से अधिक व्यापारिक संगठनों से चीन और तुर्की के साथ सभी प्रकार के व्यापार को रोकने की अपील की. सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा, चीन और तुर्की ने भारत-पाक संघर्ष में प्रतिद्वंद्वी का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, चीन को भारतीय बाजारों से काफी लाभ होता है, क्योंकि देश भर में इसके उत्पादों का व्यापक रूप से व्यवसायों में उपयोग किया जाता है. इसके बावजूद, वह (चीन) गैर-मित्रतापूर्ण रुख अपनाना जारी रखे है. ऐसे देशों पर हमारी आर्थिक निर्भरता पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है.
अरुणाचल में चीन के दखल पर भारत ने सुनाई दो टूक
बता दें कि भारत सरकार ये फैसला उस समय लिया है जब अरुणाचल प्रदेश में चीन के दखल को लेकर केंद्र ने चीन को दो टूक सुना दी है. चीन ने अरुणाचल प्रदेश में कुछ जगहों का नाम बदलने के प्रयास पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर कहा कि ये व्यर्थ और निरर्थक प्रयास है. हम चीन के इस प्रयास को पूरी तरह से अस्वीकार करते हैं. हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था और है और हमेशा रहेगा.
विदेश मंत्रालय ने भी जारी किया बयान
इस पूरे मामले पर विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान भी जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि हमने देखा है कि चीन भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश के स्थानों का नामकरण करके अपने बेतुके और व्यर्थ प्रयासों में लगा हुआहै. हम इन प्रयासों को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं.
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