केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
उद्योगों के लिए रेल वैगन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इस्पात मंत्रालय रेलवे के साथ बातचीत कर रहा है. केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी. उल्लेखनीय है कि रेलवे के रैक की कमी के चलते उद्योगों ने कच्चे माल की कमी की शिकायत की थी. रेलवे रैक के जरिए माल कच्चे माल को औद्योगिकी संयंत्रों तक पहुंचाया जाता है. कोयले से चलने वाले इस्पात, बिजली और एल्युमिनियम संयंत्रों ने कच्चे माल की आपूर्ति से संबंधित रैक की अनुपलब्धता को लेकर रेलवे के खिलाफ शिकायत की थी. मुद्दे के समाधान के लिए इस्पात मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर जब इस्पात मंत्री सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया, " यह एक समस्या है. इस संबंध में हम रेल मंत्रालय से बात कर रहे हैं."
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उन्होंने कहा कि सरकार समझती है कि कारोबार के लिए बाजार महत्वपूर्ण है और बाजार के लिए परिवहन बहुत जरूरी है. वहीं, इंडियन कैपेटिव पावर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईसीपीपीए) ने सरकार से कोयले के उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग करते हुए कहा कि अधिकतर उत्पादकों (सीपीपी) को ईंधन की कमी का सामना करना पड़ा रहा है, इसके चलते संयंत्र बंद करने की नौबत आ सकती है.
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आईसीपीपीए के महासचिव राजीव अग्रवाल ने कहा कि लोडिंग लक्ष्य को पूरा करने के लिए रेलवे जोन के अधिकारी खनन स्थल के नजदीक के संयंत्रों को आपूर्ति पर जोर दे रहे हैं जो उचित नहीं है.
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उन्होंने कहा कि सरकार समझती है कि कारोबार के लिए बाजार महत्वपूर्ण है और बाजार के लिए परिवहन बहुत जरूरी है. वहीं, इंडियन कैपेटिव पावर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईसीपीपीए) ने सरकार से कोयले के उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग करते हुए कहा कि अधिकतर उत्पादकों (सीपीपी) को ईंधन की कमी का सामना करना पड़ा रहा है, इसके चलते संयंत्र बंद करने की नौबत आ सकती है.
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आईसीपीपीए के महासचिव राजीव अग्रवाल ने कहा कि लोडिंग लक्ष्य को पूरा करने के लिए रेलवे जोन के अधिकारी खनन स्थल के नजदीक के संयंत्रों को आपूर्ति पर जोर दे रहे हैं जो उचित नहीं है.
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