सीबीआई ने रिश्वतखोरी के मामले में एनपीसीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के घर एवं दफ्तर की तलाशी ली और 15 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति का पता लगाया.
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि एनपीसीसी के गुवाहाटी के दो अधिकारियों के खिलाफ जांच के तहत यह तलाशी की कार्रवाई की गई है. इन दोनों अधिकारियों ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सीमा चौकी के निर्माण से संबंधित बिल को मंजूरी देने के लिए कथित रूप से 25 लाख रुपये की रिश्वत ली थी. उन्होंने बताया कि ‘नेशनल प्रोजेक्ट्स कंसट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटिड' के कॉरपोरेट मुख्यालय में तत्कालीन प्रभारी अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मनोहर कुमार के दफ्तर की तलाशी ली गई है. वह अब वित्त निदेशक हैं.
अधिकारियों ने बताया कि उत्तम नगर इलाके में स्थित उनके घर की हाल में तलाशी ली गई थी. उन्होंने बताया कि एजेंसी ने 3.4 किलोग्राम के जेवरातों के अलावा 15 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के दस्तावेज भी जब्त किए हैं जो उनके और उनके रिश्तेदारों के नाम पर थे. कुमार 2018 से इस साल अप्रैल तक सीएमडी प्रभारी थे.
अधिकारियों ने बताया कि उनके सहयोगी महेश कुमार कौशिक के गुरुग्राम में स्थित आवास की भी तलाशी ली गई है जहां से एजेंसी को करोड़ों रुपये की आठ संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं.आरोप है कि एनपीसीसी के जोनल प्रबंधक राकेश मोहन कोतवाल तथा प्रबंधक लतीफ उल पाशा ने अनीश बैद से बीएसएफ की अग्रिम सीमा चौकी के निर्माण का बिल मंजूर करने के लिए 33 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. बैद ‘श्री गौतम कंस्ट्रक्शन कंपनी लि' के मालिक हैं और उनकी कंपनी ने बीएसएफ की चौकी बनाई थी.
(इनपुट भाषा से)
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