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This Article is From Oct 13, 2015

...अब एक मोबाइल ऐप से पता चल जाएगा किस स्‍टेज में है कैंसर

...अब एक मोबाइल ऐप से पता चल जाएगा किस स्‍टेज में है कैंसर
प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
मुंबई:

कैंसर के उपचार में सबसे अहम है ये पता लगना कि वो किस स्टेज में है, इस जटिल काम को आसान बनाने की दिशा में मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट ने बड़ा काम किया है। यहां के तीन डॉक्टरों ने मिलकर एक ऐसा ऐप बनाया है जो मरीजों में कैंसर की स्टेज बताने में बड़ा उपयोगी साबित हो सकता है। इस मुफ्त ऐप्लिकेशन की मदद से सामान्य फिजिशयन भी कैंसर की स्टेज बता सकता है।

भारत में हर साल 10 लाख लोग होते हैं कैंसर से पीड़ित
देश में हर साल तकरीबन 10 लाख मरीज़ कैंसर से पीड़ित होते हैं, जिसमें 7 लाख मरीज़ों की मौत हो जाती है। भारत में अमेरिका के मुकाबले कैंसर का अनुपात कम है, लेकिन मृत्य दर बहुत ज्यादा। वजह सही समय पर पड़ताल, बाद में समुचित ईलाज का न मिल पाना। टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉ. सीएस परमेश के मुताबिक ज्यादातर मरीज़ देर से आते हैं, जिससे उनका ईलाज नहीं हो पाता, अगर पहले या दूसरे स्टेज में कैंसर का पता लग जाएगा तो आसाना से ईलाज हो सकता है, इस काम में ये ऐप बेहद मददगार होगा।

इस ऐप का इस्‍तेमाल है बेहद आसान
टीएनएम कैंसर स्टेजिंग ऐप 65 से ज्यादा किस्म के कैंसर का स्टेज तय कर सकता है, इसे बनाया है टाटा मेमोरियल सेंटर में डॉ. आरए बडवे के नेतृत्व में डॉ. मीनाक्षी ठाकुर, डॉ. पलक पोपट और डॉ. निलेश साबले की टीम ने। टाटा मेमोरियल अस्पताल डॉ. मीनाक्षी ठाकुर ने कहा, 'ट्यूमर साइज देखने के बाद कोई डॉक्टर समझ सकता है कि आगे क्या देखना है। ये ऐप इंटरेक्टिव है, जो इस्तेमाल नहीं करते हैं वो भी मरीज़ से जानकारी लेकर इसमें भर सकते हैं, आख़िर में ये कैंसर की स्टेज बता देगा। वहीं इस ऐप को बनाने वाली डॉ. पलक पोपट ने बताया, 'हमने सवाल काफी सोच समझकर बनाए, सवालों की सूची कैसी होनी चाहिए खुद सोचा, खुद बनाया, बाद में इसे डिजिटाइज करने एक सॉफ्टवेयर कंपनी को दिया।

कोई भी डॉक्‍टर कर सकता है कैंसर की स्‍टेजिंग
इस ऐप के जरिये कोई भी डॉक्टर ट्यूमर, नोड और मेटास्टेसिस के आधार पर कैंसर की स्टेजिंग कर सकता है, इसके जरिये रेडियोलॉजिस्ट, सर्जन, कैंसर विशेषज्ञ और कैंसर के इलाज में जुड़े सभी लोगों को एक साथ जोड़ा जा सकता है। टीम के हेड डॉ. आरए बडवे का कहना था, 'नेशनल कैंसर ग्रिड के जरिये जानकारी मिलेगी, 75 फीसदी लोग इसका इस्तेमाल शुरू करें, खुद ब खुद बाकी बचे लोग इस दायरे में आ जाएंगे।

ये ऐप दुनिया भर में इस्तेमाल किये जाने वाले कैंसर स्टेजिंग सिस्टम पर आधारित है, जिसे अमेरिकन ज्‍वाइंट कमेटी ऑन कैंसर ने तैयार किया है। फिलहाल ये ऐप आईओएस और एंड्रॉयड पर उपबल्ध है, जल्द ही इसे विंडोज पर लाने की योजना है।

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