विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को बताया कि यूक्रेन में फंसे भारत के लोगों को वापस लाने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' अभियान के तहत छठी उड़ान बुडापेस्ट से दिल्ली रवाना हुई, जिसमें 240 भारतीय नागरिक हैं. यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी उसकी (यू्क्रेन की) सीमा चौकियों के जरिए वहां से बाहर निकाल रहा है. सोमवार को यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों को राजधानी कीव में रेलवे स्टेशन पहुंचने की सलाह दी, ताकि वे युद्धग्रस्त देश के पश्चिमी हिस्सों तक आगे की यात्रा कर सकें.
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ बुडापेस्ट से छठी ऑपरेशन गंगा उड़ान. 240 भारतीय नागरिक दिल्ली के लिए रवाना.''
इस बीच, एअर इंडिया की पांचवीं निकासी उड़ान यूक्रेन में फंसे 249 भारतीय नागरिकों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर सोमवार सुबह दिल्ली पहुंची. शनिवार शाम 219 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली उड़ान बुखारेस्ट से मुंबई पहुंची थी. दूसरी उड़ान 250 नागरिकों को लेकर रविवार तड़के दिल्ली पहुंची. एअर इंडिया की तीसरी उड़ान करीब 240 भारतीय नागरिकों को लेकर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से दिल्ली रवाना हो गयी है. भारत ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन गंगा' नाम दिया है.
इसबीच, कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि यूक्रेन की राजधानी में सप्ताहांत कर्फ्यू हटा लिया गया है और भारतीय छात्र शहर से बाहर निकलने के लिए रेलवे स्टेशन जा सकते हैं.
दूतावास ने ट्वीट किया, “ कीव में सप्ताहांत कर्फ्यू हटा लिया गया है. सभी छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे पश्चिमी भागों तक जाने के लिए रेलवे स्टेशन जाएं. यूक्रेन रेलवे लोगों की निकासी के लिए विशेष ट्रेन चला रहा है.”
इससे पहले, विदेश मंत्रालत्र के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पोलैंड और लिथुआनिया में भरतीय मिशन के ट्वीट को रीट्वीट किया जिसमें कहा गया है , ‘‘ यूक्रेन में फंसे भारतयों को भीड़भाड़ वाले शेहायनी से अन्य चौकियों की ओर जाने में मदद कर रहे हैं. उम्मीद करते हैं कि आज दिन में बाद में पोलैंड में उनका स्वागत करेंगे.''
बागची ने ट्वीट किया, ‘‘ शेहायनी में फंसे भारतीयों को पोलैंड में प्रवेश कराने के लिये अन्य पारगमन बिन्दुओं तक लाने को लेकर बस सेवा शुरू की.''
वहीं, युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वहां से बाहर निकालने के प्रयासों को तेज करने के लिए केंद्र ने सोमवार को फैसला किया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और वी. के. सिंह निकासी अभियान में समन्वय करने तथा छात्रों की मदद के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी.
इस बीच, विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने यूकेन में फंसे भारतीय छात्रों के अभिभावकों के साथ बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार छात्रों को सुरक्षित लाने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है. मुरलीधरन ने ट्वीट किया, ‘‘ यूक्रेन में फंसे छात्रों के अभिभावकों से सम्पर्क किया जा रहा है. आश्वस्त किया जाता है कि सरकार छात्रों को सुरक्षित लाने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है.''
यह भी पढ़ें:
रोमानिया बॉर्डर पर कड़कती ठंड में 2 दिन तक फंसे रहे सैकड़ों भारतीय छात्र
Exclusive: यूक्रेनी पति के "प्यार में पागल सफीना" अकेले नहीं आना चाहतीं भारत
भारतीय स्टूडेंट्स के साथ बदसलूकी के सवाल पर यूक्रेन के राजदूत ने कही यह बात...
यूक्रेन बॉर्डर पर फंसे भारतीय छात्र ने एनडीटीवी से कहा, 'यहां सही जानकारी देने वाला कोई नहीं'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं