प्रतीकात्मक चित्र
बेंगलुरु:
बेंगलुरू में नोटबंदी की वजह से रियल स्टेट के कारोबार पर भी असर पड़ा है. आईटी कैपिटल बेंगलुरू में 30 से 40 फ़ीसदी की गिरावट का अनुमान है, लेकिन इसकी एक वजह रिश्वतखोरी भी है.
नोटबंदी की मार आईटी सिटी बेंगलुरु के रियल एस्टेट पर साफ दिखाई दे रही है. जहां पहले 40 के आसपास रजिस्ट्रेशन रोज होते थे, वो आज घटकर 10-12 टक पहुंच गए हैं.
ये हाल मध्यवर्गीय अपार्टमेंट्स का भी है जहां लगभग पूरी ख़रीद फ़रोख्त बैंक लोन या चेक के जरिए होती है. आख़िर यहां ये गिरावट क्यों है?
नेशनल एसोसिएशन ऑफ रियल्टर्स के सचिव अयूब खान ने कहा कि बाजार 30-40 फीसदी डाउन है. समस्या क्या है कि रजिस्ट्रेशन के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार रिश्वत नई करेंसी नोट में मांग रहे हैं. बाजार में नोट नहीं है तो कैसे दिया जाए.
बिल्डरों और डेवलपरों का मानना है कि आने वाले दिनों में नोटबंदी की वजह से प्रीमीयम क्लास के लोगों को दिक्कत ज्यादा होगी क्योंकि महंगे फ्लैट और मकान में लेन-देन का काफी बड़ा हिस्सा कालाधन होता है.
कर्नाटक बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष केएस सोमेश्वरा रेड्डी ने कहा कि बैंक लोन आसानी से मिलेगा, ब्याज दर कम होगी और प्रापर्टी की कीमत में छह महीने में कम होगी. नोटबंदी का सबसे बड़ा असर लक्जरी सेगमेंट में दिखेगा और यही दिक्कत होगी.
नोटबंदी की मार आईटी सिटी बेंगलुरु के रियल एस्टेट पर साफ दिखाई दे रही है. जहां पहले 40 के आसपास रजिस्ट्रेशन रोज होते थे, वो आज घटकर 10-12 टक पहुंच गए हैं.
ये हाल मध्यवर्गीय अपार्टमेंट्स का भी है जहां लगभग पूरी ख़रीद फ़रोख्त बैंक लोन या चेक के जरिए होती है. आख़िर यहां ये गिरावट क्यों है?
नेशनल एसोसिएशन ऑफ रियल्टर्स के सचिव अयूब खान ने कहा कि बाजार 30-40 फीसदी डाउन है. समस्या क्या है कि रजिस्ट्रेशन के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार रिश्वत नई करेंसी नोट में मांग रहे हैं. बाजार में नोट नहीं है तो कैसे दिया जाए.
बिल्डरों और डेवलपरों का मानना है कि आने वाले दिनों में नोटबंदी की वजह से प्रीमीयम क्लास के लोगों को दिक्कत ज्यादा होगी क्योंकि महंगे फ्लैट और मकान में लेन-देन का काफी बड़ा हिस्सा कालाधन होता है.
कर्नाटक बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष केएस सोमेश्वरा रेड्डी ने कहा कि बैंक लोन आसानी से मिलेगा, ब्याज दर कम होगी और प्रापर्टी की कीमत में छह महीने में कम होगी. नोटबंदी का सबसे बड़ा असर लक्जरी सेगमेंट में दिखेगा और यही दिक्कत होगी.
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