बांग्लादेश के संकट को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सभी दलों की बैठक संसद भवन परिसर में खत्म हो गई है. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात के लेकर सवाल पूछे. बैठक में राहुल गांधी ने विदेश मंत्री से 3 अहम सवाल किए. सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने पूछा कि ढाका में सत्ता परिवर्तन के कूटनीतिक प्रभावों से निपटने के लिए सरकार की रणनीति क्या है? जिस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब देते हुए कहा कि केंद्र बांग्लादेश की स्थिति पर करीबी नजर रखा हुआ है, ताकि वह अपना अगला कदम ठीक से तय कर सके.
राहुल गांधी के सवालों पर विदेश मंत्री ने दिया ये जवाब
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता ने पूछा कि क्या बांग्लादेश में कुछ हफ्तों में ढाका में हुए घटनाक्रमों में विदेशी ताकतों, खासकर पाकिस्तान का हाथ हो सकता है, जिसके चलते शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा. जिस पर विदेश मंत्री ने जवाब दिया कि वह इस एंगल को भी देख रहे हैं. एक सूत्र ने यह भी बताया कि सरकार ने कहा था कि हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच एक पाकिस्तानी राजनयिक लगातार अपने सोशल मीडिया डिस्प्ले पिक्चर को बदल रहा था. जिसकी जांच की जा रही है, क्या यह किसी बड़ी बात की ओर इशारा करता है. इसे भी देखा जा रहा है.
Briefed an All-Party meeting in Parliament today about the ongoing developments in Bangladesh.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 6, 2024
Appreciate the unanimous support and understanding that was extended. pic.twitter.com/tiitk5M5zn
राहुल गांधी ने साथ ही बांग्लादेश में बिगड़े हालात पर यह भी पूछा कि क्या नई दिल्ली ने ऐसी उथल-पुथल का पूर्वानुमान लगाया था. इस पर विदेश मंत्री ने जवाब दिया कि भारत स्थिति पर नज़र रख रहा है. सभी दलों की बैठक में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने बांग्लादेश संकट पर सरकार को अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया है. बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने विपक्ष के समर्थन की सराहना करते हुए एक्स पर एक पोस्ट की. जिसमें उन्होंने लिखा, "बांग्लादेश में चल रहे घटनाक्रम के बारे में आज संसद में एक सर्वदलीय बैठक को जानकारी दी, जहां मिले समर्थन की सराहना करता हूं."
बैठक में सरकार ने क्या बताया
सरकार ने बैठक में यह भी बताया कि वह बांग्लादेश की सेना के संपर्क में है, जिसने अंतरिम सरकार के गठन की घोषणा की है. सरकार ने विपक्षी दलों से कहा कि वह घटनाक्रम पर करीब से नज़र रख रही है और सही समय पर उचित कार्रवाई करेगी. बांग्लादेश में करीब 20,000 भारतीय नागरिक हैं और करीब 8,000 वापस आ चुके हैं. सरकार उनके संपर्क में है और उच्चायोग काम कर रहा है. सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की रिपोर्ट पर भी नज़र रख रही है.
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने क्या बताया
बैठक के बाद NDTV से बात करते हुए कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि भारत की सबसे पहली चिंता बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और बांग्लादेश से सटी सीमाओं की है. यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्ष सरकार द्वारा स्थिति से निपटने के तरीके से संतुष्ट है. जिस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, "बांंग्लादेश के हालात पर विदेश मंत्री ने सभी पार्टी नेताओं को जानकारी दी, ये एक बहुत ही स्वागत योग्य कदम है और जहां तक राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है, हम सरकार के साथ खड़े हैं."
बैठक में कौन-कौन शामिल
राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश के हालात की जानकारी देते हुए यह आश्वासन भी दिया कि पड़ोसी देश पर सरकार की पैनी नजर बनी हुई है. इस सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और जेपी नड्डा मौजूद रहे. वहीं अन्य राजनीतिक दलों की बात करें तो लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, डीएमके से टी आर बालू, सपा से रामगोपाल यादव, टीएमसी से सुदीप बंदोपाध्याय, बीजेडी से सस्मित पात्रा सहित लोकसभा और राज्यसभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स बैठक में शामिल हुए. बैठक में विदेश मंत्री ने बांंग्लादेश के मौजूदा हालात पर जानकारी दी.
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