उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में महसी के महाराजगंज में तनाव अब भी जारी है. कई दुकानों, घरों और वाहनों में आज भी आग लगा दी गई है. पुलिस हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयार कर रही है. NDTV की टीम मौके पर मौजूद है, जहां एक ओर पुलिस बल और दूसरी ओर हिंसक भीड़ नारे लगा रही है. इस बीच एनडीटीवी की टीम पर भी हमला हुआ. कैमरा तोड़ने की कोशिश हुई, ताकि दंगाइयों का चेहरा न दिख जाए. एनडीटीवी की टीम को बताया गया कि कुछ लोग हिंसा के बीच अपने घरों में फंसे हुए हैं और उनकी जान को खतरा है.
'हमारे भाई वहां फंसे हुए हैं, उन्हें बचाओ...'
बहराइच में राजी चौराहे पर इस समय हालात बेकाबू हैं. एनडीटीवी की टीम वहां मौजूद है, जो मौजूदा स्थिति की रिपोर्टिंग कर रही है. इस बीच एक शख्स ने बताया, 'मूर्ति विसर्जन जुलूस पर हमला किया गया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई. हमारे चाचा और भाई फंसे हुए हैं... पुलिस के अधिकारियों से हमने गुहार लगाई कि उन्हें हिंसा ग्रस्त एरिया से बचा कर यहां लाया जाए, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है. भाई का हमारे पास फोन आया है, वो कह रहा है कि हमारी जान खतरे में है. अब अगर उनके साथ कोई अनहोनी हो जाती है, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.'
एनडीटीवी की टीम जब महसी पहुंची, तो दंगाइयों ने कई दुकानों को फूंक दिया था. दर्जनों बाइकों को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया है. कई घरों में खड़े वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दाग रही है.
हिंसा, फायरिंग में एक हिंदू युवक की मौत
यूपी के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर आपत्तिजनक नारों के बाद हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई और भगदड़ में अन्य कई लोग घायल हो गए. रविवार शाम को बहराइच के महसी के महाराजगंज में जुलूस को लेकर एक वर्ग विशेष की नारेबाज़ी और पत्थरबाज़ी से तनाव बढ़ा. इसके बाद हुई फायरिंग में एक हिंदू युवक की मौत हो गई. मौक़े पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है, लेकिन तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने रविवार रात मीडिया संवाददाताओं को बताया, 'महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में तनाव था. जब एक जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना के बाद, पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है. अशांति प्रभावित सभी क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं.' उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा की निंदा की और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने पर्याप्त इंतजाम कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराने तथा धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश प्रशासन को निर्देश दिये.
बताया जा रहा है कि यह घटना उस समय हुई जब विसर्जन के लिए देवी दुर्गा की मूर्ति लेकर मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से एक जुलूस गुजर रहा था. जुलूस में शामिल रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) को गोली लग गई. मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया. फखरपुर कस्बे और कुछ अन्य स्थानों पर इसी तरह के प्रस्तावित जुलूस रद्द कर दिए गए.
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