लखनऊ:
पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी सुकन्या कुशवाहा और भाई शिवशरण कुशवाहा को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल किए जाने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुलायम सिंह यादव पर हमला किया है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से पूछा कि इनके शामिल होने पर कितने की डील हुई है? बाबू सिंह को तत्काल सरकार से क्या लाभ होने वाला है? बाबू सिंह के परिजनों का सपा में शामिल होने पर उनके खिलाफ चल रही जांचों का क्या होगा?
पाठक के मुताबिक भाजपा नेतृत्व जानना चाहता है प्रधानमंत्री के मंसूबे पाले मुलायम गद्दी पाने की लालसा में कितना और समझौता करेंगे? अभी तक उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का अभियान चलाने वाले सपा नेता अब उनके बारे में क्या सोचते हैं? सपा का भ्रष्टाचार के प्रतीक से समझौता उसके असली चरित्र को उजागर करती है।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जीशान हैदर ने कहा कि सपा के वोट बैंक की लालच ने उसके चाल एवं चरित्र और चेहरे को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुलायम के प्रदेश कार्यालय में होते हुए सदस्यता के समय सामने न आने तथा मीडिया बन्धुओं के सवालों से बचना यह साबित करता है कि मुलायम भी अन्दर खाने यह जानते हैं कि जिस सपा ने कुशवाहा का भाजपा में शामिल होने का विरोध किया था उन्हीं लोगों की आज सपा में सदस्यता हो रही है और इसका उनके पास कोई तर्क नहीं है।
हैदर ने कहा कि बसपा से निष्कासित किए जाने के बाद कुशवाहा को भाजपा ने अपनाया था तब सपा ने पैसे लेकर पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया था, लेकिन आज उसी कुशवाहा परिवार के प्रति सपा का अचानक मोह कैसे उमड़ पड़ा? उन्होंने आशंका जाहिर की कि कहीं भाजपा वाली स्थित यहां भी तो नहीं है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से पूछा कि इनके शामिल होने पर कितने की डील हुई है? बाबू सिंह को तत्काल सरकार से क्या लाभ होने वाला है? बाबू सिंह के परिजनों का सपा में शामिल होने पर उनके खिलाफ चल रही जांचों का क्या होगा?
पाठक के मुताबिक भाजपा नेतृत्व जानना चाहता है प्रधानमंत्री के मंसूबे पाले मुलायम गद्दी पाने की लालसा में कितना और समझौता करेंगे? अभी तक उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का अभियान चलाने वाले सपा नेता अब उनके बारे में क्या सोचते हैं? सपा का भ्रष्टाचार के प्रतीक से समझौता उसके असली चरित्र को उजागर करती है।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जीशान हैदर ने कहा कि सपा के वोट बैंक की लालच ने उसके चाल एवं चरित्र और चेहरे को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुलायम के प्रदेश कार्यालय में होते हुए सदस्यता के समय सामने न आने तथा मीडिया बन्धुओं के सवालों से बचना यह साबित करता है कि मुलायम भी अन्दर खाने यह जानते हैं कि जिस सपा ने कुशवाहा का भाजपा में शामिल होने का विरोध किया था उन्हीं लोगों की आज सपा में सदस्यता हो रही है और इसका उनके पास कोई तर्क नहीं है।
हैदर ने कहा कि बसपा से निष्कासित किए जाने के बाद कुशवाहा को भाजपा ने अपनाया था तब सपा ने पैसे लेकर पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया था, लेकिन आज उसी कुशवाहा परिवार के प्रति सपा का अचानक मोह कैसे उमड़ पड़ा? उन्होंने आशंका जाहिर की कि कहीं भाजपा वाली स्थित यहां भी तो नहीं है।
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