28 साल पुराने बाबरी विध्वंस (Babri Demolition Verdict) के मामले में बुधवार को लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने फैसला सुनाया. अपने फैसले में कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया और कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराना सुनियोजित नहीं था और आरोपी नेताओं ने ढांचे पर चढ़े असमामाजिक तत्वों को रोकने की कोशिश की थी. इस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लीमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की प्रतिक्रिया आई है. AIMIM के ट्विटर हैंडल पर शेयर किए गए वीडियो में ओवैसी ने कहा कि इस फैसले से समाज में गलत पैगाम जाएगा.
उन्होंने कहा, 'इस फैसले से यह पैग़ाम जाएगा कि ऐसी हरकत करने वालों को कोई सज़ा नहीं होगी बल्कि उन्हें क्लीन चिट दे दी जाएगी.' ओवैसी ने मामले में आरोपी रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि 'लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, जोशी, कल्याण सिंह, बाल ठाकरे, और राजीव गांधी को अगर शोहरत और सत्ता मिली है तो बाबरी मस्जिद को गिराने में मदद करने की वजह से.'
इस फैसले से यह पैग़ाम जाएगा कि ऐसी हरकत करने वालों को कोई सज़ा नहीं होगी बल्कि उन्हें क्लीन चिट दे दी जाएगी। - Barrister @asadowaisi pic.twitter.com/q7QI4ewh0v
— AIMIM (@aimim_national) September 30, 2020
ओवैसी ने कहा कि 'क्या दुनिया ने नहीं देखा कि उमा भारती ने कहा था कि 'एक धक्का और दो, बाबरी मस्जिद तोड़ दो?' क्या ये सबने नहीं देखा था कि जब मंदिर टूट रही थी तो ये नेता मिठाइयां बांट-खा रहे थे? तो क्या पैगाम दे रहे हैं आप इतनी बड़ी हिंसा की घटना पर?' उन्होंने यह भी कहा कि 'ऐसे में मस्जिद को सुनियोजित तरीके से कैसे नहीं गिराया गया? किसने गिराई मेरी मस्जिद? क्या मस्जिद जादू से गिर गई? क्या ताले अपने आप खुल गए और मूर्तियां अपने आप रख गईं?'
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'इन लोगों को सत्ता और शोहरत कैसे मिली? इसीलिए तो मिली. आपने मस्जिद के ताले खुलवाएं, मूर्तियां रखीं और मस्जिद को शहीद किया. इसलिए आप गृहमंत्री बन गए, गंगा की सफाई के मिनिस्टर बन गए. कल्याण सिंह गवर्नर बन गए. बताइए किसने गिराई मस्जिद? इस फैसले से क्या पैगाम दे रहे हैं?'
आडवाणी, उमा भारती, जोशी, कल्याण सिंह, बाल ठाकरे, और राजीव गांधी को अगर शोहरत और सत्ता मिली है तो बाबरी मस्जिद को गिराने में मदद करने की वजह से। - Barrister @asadowaisi pic.twitter.com/3ejqwaHP8C
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ओवैसी ने उम्मीद जताई कि इस फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी जाएगी. उन्होंने कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट का फैसला आखिरी होता है, ये फैसला आखिरी नहीं है. कोर्ट के फैसले से असहमति जताना अवमानना नहीं है.' ओवैसी ने कहा कि अगर सीबीआई इस फैेसले के खिलाफ अपील नहीं करती है तो वो अपील करते हैं कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस मसले को लेकर कोर्ट जाए.
Video: देश प्रदेश: बाबरी मस्जिद विध्वंस सुनियोजित नहीं था : CBI स्पेशल कोर्ट
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