हैदराबाद:
2 जून को तेलंगाना राज्य की दूसरी सालगिरह पर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव राजधानी हैदराबाद में देश का सबसे बड़ा और सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा लहराना चाहते हैं। अगर राज्य सरकार को एअरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) की ओर से हरी झंडी मिल गई तो गुरुवार को हैदराबाद के हुसैनसागर तालाब के पास संजीवया पार्क पर 303 फीट यानि 92.35 मीटर का राष्ट्रीय झंडा हमेशा लहराएगा।
देश का सबसे ऊंचा झंडा हो जाएगा
ये छत्तीसगढ़ में रायपुर के झंडे से 10 मीटर ऊंचा होगा जिसने पिछले महीने ही झारखंड में रांची के 81 मीटर झंडे का रिकार्ड तोड़ा था।
अभी क्या रुकावट आ सकती है?
झंडे की ऊंचाई की वजह से हैदराबाद एअरपोर्ट के आसपास हवाई जहाजों की आवाजाही में रुकावट आने के अंदेशा है। इसी वजह से एएआई की अनुमति जरूरी हो गई है।
1.8 करोड़ की लागत का है ये प्रोजेक्ट
पॉलिएस्टर के बने 108 फीट लंबे और 72 फीट चौड़े इस झंडे का वजन 92 किलो है। मुंबई से कुल पांच झंडे मंगाए जा रहे हैं जिससे एक के खराब हो जाने पर या जरूरत पड़ने पर फौरन उसे बदला जा सके। राज्य के चीफ इंजीनियर गणपति रेड्डी ने बताया कि कोलकाता की स्कीपर कम्पनी को झंडे का यह प्रोजेक्ट दिया गया है जिसकी कुल लागत 1.8 करोड़ है।
क्या तैयारी हो रही है इतने बड़े झंडे को लहराने की?
पार्क में सात ट्रकों ने लगभग 50 टन के बड़े पाइप रखे हैं। इन्हें 10 फीट की नींव वाले कंक्रीट चबूतरे पर बड़े नट बोल्ट से जोड़ कर खड़ा किया जाएगा। फ्लैगपोस्ट नीचे से 1.8 मीटर और ऊपर सकरा होकर आधा फीट रह जाएगा जिससे कि वह लगभग 100 टन का 'विंड लोड और डेड लोड' सहन कर पाए। नींव का काम पूरा हो चुका है अब दो जून से पहले झंडा पूर्वाभ्यास के तौर पर लहराया जाएगा।
हैदराबाद का गौरव बनेगा ये झंडा
वरिष्ठ नौकरशाह सुनील शर्मा ने कहा कि झंडा अपने आसपास की रोशनी के साथ हैदराबाद का गौरव बनेगा।
देश का सबसे ऊंचा झंडा हो जाएगा
ये छत्तीसगढ़ में रायपुर के झंडे से 10 मीटर ऊंचा होगा जिसने पिछले महीने ही झारखंड में रांची के 81 मीटर झंडे का रिकार्ड तोड़ा था।
अभी क्या रुकावट आ सकती है?
झंडे की ऊंचाई की वजह से हैदराबाद एअरपोर्ट के आसपास हवाई जहाजों की आवाजाही में रुकावट आने के अंदेशा है। इसी वजह से एएआई की अनुमति जरूरी हो गई है।
1.8 करोड़ की लागत का है ये प्रोजेक्ट
पॉलिएस्टर के बने 108 फीट लंबे और 72 फीट चौड़े इस झंडे का वजन 92 किलो है। मुंबई से कुल पांच झंडे मंगाए जा रहे हैं जिससे एक के खराब हो जाने पर या जरूरत पड़ने पर फौरन उसे बदला जा सके। राज्य के चीफ इंजीनियर गणपति रेड्डी ने बताया कि कोलकाता की स्कीपर कम्पनी को झंडे का यह प्रोजेक्ट दिया गया है जिसकी कुल लागत 1.8 करोड़ है।
क्या तैयारी हो रही है इतने बड़े झंडे को लहराने की?
पार्क में सात ट्रकों ने लगभग 50 टन के बड़े पाइप रखे हैं। इन्हें 10 फीट की नींव वाले कंक्रीट चबूतरे पर बड़े नट बोल्ट से जोड़ कर खड़ा किया जाएगा। फ्लैगपोस्ट नीचे से 1.8 मीटर और ऊपर सकरा होकर आधा फीट रह जाएगा जिससे कि वह लगभग 100 टन का 'विंड लोड और डेड लोड' सहन कर पाए। नींव का काम पूरा हो चुका है अब दो जून से पहले झंडा पूर्वाभ्यास के तौर पर लहराया जाएगा।
हैदराबाद का गौरव बनेगा ये झंडा
वरिष्ठ नौकरशाह सुनील शर्मा ने कहा कि झंडा अपने आसपास की रोशनी के साथ हैदराबाद का गौरव बनेगा।