- आर्मी चीफ ने भारत की Gen Z को सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा यही पीढ़ी भारत को आगे ले जाएगी
- उन्होंने कहा कि चुनौतियों से निपटने के लिए हमें ऐसी पीढ़ी चाहिए, जो तेज, जागरूक और सक्षम हो और Gen Z वही है
- जनरल द्विवेदी ने कहा कि फेक न्यूज के दौर में सूचनाओं की जंग एक बड़ा खतरा बन चुका है.
भारत की युवा शक्ति इसकी पहचान है. दुनिया में भारत को सबसे युवा देश माना जाता है. इसका जिक्र करते हुए आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को भारत की युवा पीढ़ी खासकर Gen Z को देश की सबसे बड़ी ताकत बताया. उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी तकनीक के मामले में दक्ष, सामाजिक रूप से जागरूक और दुनिया से जुड़ी हुई है, और यही पीढ़ी भारत को भविष्य में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और विकसित राष्ट्र का सपना पूरा करेगी.
थलसेनाध्यक्ष ने बताईं नई पीढ़ी की खूबियां
मध्य प्रदेश के रीवा में टीआरएस कॉलेज में एक कार्यक्रम में थलसेनाध्यक्ष जनरल द्विवेदी ने कहा कि आज Gen Z हर जगह है. भारत में इनकी आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है. यहां तक कि भारतीय सेना भी संख्या के मामले में इनसे पीछे है. ये पीढ़ी डिजिटल रूप से सहज, तकनीकी रूप से एडवांस और सामाजिक रूप से जागरूक है. सबसे अहम बात ये कि Gen Z दुनिया में होने वाली घटनाओं की जानकारी रखती है. उन्होंने कहा कि अगर इस ताकत को अनुशासन, समर्पण और उद्देश्यपूर्ण दिशा में अग्रसर किया जाए तो देश कई पीढ़ी आगे निकल सकता है और भारत को विकसित राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता.
'ट्रंप को भी नहीं पता होता होगा कि कल क्या करेंगे'
सेना प्रमुख ने कहा कि आने वाला समय अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और अस्पष्टता से भरा होगा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ट्रंप आज क्या कर रहे हैं, शायद उन्हें भी नहीं पता होता होगा कि वह कल क्या करेंगे. चुनौतियां इतनी तेजी से आ रही हैं कि एक को समझो, तब तक दूसरी सामने आ जाती है.
फेक न्यूज के दौर में सूचनाओं की जंग बड़ा खतरा
जनरल द्विवेदी ने कहा कि फेक न्यूज के दौर में सूचनाओं की जंग एक बड़ा खतरा बन चुका है. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह कराची पर हमले की अफवाह ने हड़कंप मचा दिया था. ऐसी खबरों में हमें भी भ्रमित कर दिया है. आजकल सुरक्षा की यही जटिलता है. इसे देखते हुए भारत को अब धरती, आकाश, समुद्र और अंतरिक्ष चारों जगहों पर सुरक्षा के लिए तैयार रहना होगा.
Gen Z को अनुशासन, समर्पण से आगे बढ़ाने की जरूरत
जनरल द्विवेदी ने कहा कि आज की सुरक्षा चुनौतियां सिर्फ सीमा या आतंकवाद तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इसमें साइबर वॉर, अंतरिक्ष युद्ध, रासायनिक और जैविक खतरे और सूचना युद्ध जैसे नए आयाम जुड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए हमें एक ऐसी पीढ़ी चाहिए, जो तेज, जागरूक और तकनीकी रूप से सक्षम हो और Gen Z वही है. उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना तभी पूरा होगा, जब Gen Z को अनुशासन, समर्पण और राष्ट्रभक्ति के साथ आगे बढ़ाया जाए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं