गृहमंत्री अमित शाह ने बीते दिनों पश्चिम बंगाल में जनसंवाद नाम से एक वर्चुअल रैली की थी. उनके इस भाषण को प्रसारित करने के लिए प्रदेश भर में हजारों LED स्क्रीन लगाई गई थीं. अब उनकी एक तस्वीर सामने आई है, जिसको लेकर ट्विटर पर चर्चा हो रही है. बंगाल के किसी सुदूर इलाके की इस फोटो में एक LED टीवी बांस के पेड़ों में लटकाई गई दिख रही है, जिसके सामने कुछ बच्चों सहित कुछ लोग भाषण सुनते हुए दिखाई दे रहे हैं. जब पश्चिम बंगाल चक्रवात अम्फन से अभी उबरा भी नहीं है और पूरा देश कोरोनावायरस की जबरदस्त गिरफ्त में है, तब इस फोटो को ट्विटर पर तीखी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं.
पार्टी सूत्रों से पता चला कि भारतीय जनता पार्टी ने अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देदनजर मंगलवार को हुई शाह की इस वर्चुअल रैली के लिए प्रदेश भर में लगभग 70,000 फ्लैट-स्क्रीन टीवी और 15,000 बड़ी LED स्क्रीन्स लगवाई थीं. अनुमान है कि राज्य में 78,000 पोलिंग बूथ हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने ये तस्वीर शेयर की थी और लिखा था, 'बंगाल के सुदूर इलाकों में लोग अमित शाह को बीजेपी जनसंवाद के दौरान सुन रहे हैं. पिछले पांच सालों से बीजेपी की कोशिशों का यह नतीजा है. लोगों को अच्छे दिन चाहिए.'
People in remote villages of West Bengal listening to @AmitShah during #BJPJanSamvad . This is the reach @BJP4Bengal has achieved thru' relentless pursuit for last 5 years . People want better days . pic.twitter.com/hBpzysKDNU
— B L Santhosh (@blsanthosh) June 10, 2020
लेकिन इस तस्वीर पर बस विपक्षी पार्टियों ने ही नहीं ट्विटर यूजर्स ने भी सवाल उठाए. उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता राकेश सचान ने एक ट्वीट में कहा कि बीजेपी कोरोनावायरस से प्रभावित हुए गरीबों और मजदूरों को 7,500 रुपए नहीं भेज सकती या उन्हें घर नहीं पहुंचा सकती लेकिन चुनावी प्रचार के लिए सबकुछ करेगी.
बिहार चुनाव में गाँव के जंगल में 20 हज़ार की एलईडी लगवा सकते है लेकिन ग़रीब, मजदूरों के खाते में 7500 रुपये नही डाल सकते, उन्हें उनके गृहजनपद बस-ट्रेन से भिजवा नही सकते। ऐसी नीच राजनीति जनता सब याद रखेगी। @INCUttarPradesh @priyankagandhi pic.twitter.com/nspiN4T5dw
— राकेश सचान #StayHomeSaveLives (@Rakesh_Sachan_) June 10, 2020
आम आदमी पार्टी ने भी इस तस्वीर को शेयर कर लिखा, 'वेंटिलेटर्स की जगह LED स्क्रीन लग रहे हैं, देश सच में बदल रहा है.'
वेंटीलेटर की जगह LED स्क्रीन लग रहा है।
— AAP (@AamAadmiParty) June 10, 2020
देश सच में बदल रहा है। pic.twitter.com/GQyJQLpjv8
कई ट्विटर यूजर्स ने भी इस तस्वीर पर कॉमेंट्स किए.
Migrant labourers haven't reach yet to their home in Bihar but BJP's LED reached before them.
— Abhishek Singh | अभिषेक सिंह (@abhishek3454) June 10, 2020
Finally the best use of Hawala "PM Cares Fund" .
Thank You Modi Ji , it's #Lajawab #JhootiHaiBiharSarkar pic.twitter.com/CdO9R9Q03c
Don't have money to take back Migrants to their homes, but could conduct 72,000 LED's for campaigning in remote areas of bihar.Self serving dirty politicians of the BJP! The only things that they can do with competence- spreading lies, doing jhumlas and polarization! pic.twitter.com/kcQtrYm1BQ
— HM JUNAID AHMED (@HMJUNAIDAHMED3) June 10, 2020
LED instead of Ventilator. BJP needs only Governance in all states by hook or crook. As far as ventilator is concerned, everyone had seen the quality of ventilator ordered in Gujarat recently by top BJP brass. https://t.co/5h6avpITF2
— Nesar Ahmed Ansari (@nesar_dhn) June 10, 2020
बीजेपी ने मंगलवार को कहा था कि अमित शाह की जनसंवाद रैली सफल रही थी, इसे पूरे पश्चिम बंगाल में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा. लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस दावे को 'वास्तविकता से बहुत दूर' बताया है.
अमित शाह ने दिल्ली से बीजेपी के नेशनल कैंपेन जनसंवाद को संबोधित किया. उनकी तरफ से कहा गया है कि इस कैंपेन का चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन इस कैंपेन के तहत सबसे पहले बंगाल और बिहार में रैलियां की गई हैं, इन दोनों राज्यों में चुनाव होने हैं.
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