
गोवा के मुख्यमंत्री ने राज्य में गोमांस की कमी नहीं होने की बात कही थी
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गोवा के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं कांग्रेसी विधायक प्रताप सिंह
हम गाय की पूजा करते हैं, लेकिन उसके बाद कौन देखता है
पार्रिकर की टिप्पणी पर VHP ने विरोध दर्ज किया है
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप राणे ने कहा, "जब गाय बूढ़ी हो जाए तो मैं उनके साथ क्या करूं? यह एक बड़ी समस्या है. हमें प्रगतिशील राज्य के रूप में, इस बारे में सोचना चाहिए. आप सभी को 15-15 गाय पालनी चाहिए. सड़कों से गायों को अपने घर ले जाएं और उनकी देखभाल करें."
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उन्होंने कहा कि डेयरी पालन में पुराने जानवरों के निपटान का संवेदनापूर्ण अर्थशास्त्र है. विपक्ष नेता ने सवाल किया, "मालिकों ने उनको त्याग दिया है, क्योंकि अब उनसे कोई आर्थिक लाभ नहीं है. एक व्यक्ति का खाना दूसरे व्यक्ति का जहर है, लेकिन आप बूढ़े होने के बाद अपनी गायों के साथ क्या करते हैं? हम गाय की पूजा करते हैं, लेकिन उसके बाद कौन देखता है."
वीडियो - गोभक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं : पीएम नरेंद्र मोदी राणे ने पर्रिकर की टिप्पणी का भी बचाव किया, जब उन्होंने कहा था कि यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे कि गोवा में गोमांस की कोई कमी नहीं है, जिससे विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) बेहद नाराज हुआ था.
राणे ने कहा, "मैंने टीवी पर देखा कि वीएचपी ने कुछ टिप्पणियां की हैं, यह अनावश्यक है. मुझे नहीं लगता कि उन्होंने कुछ गलत कहा है. हम गोवा में 'गऊ रक्षक' नहीं चाहते हैं."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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