शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की सदस्य के तौर पर छह देशों का दौरा कर लौटी हैं. चतुर्वेदी ने अपने दौरे को लेकर एनडीटीवी से बात की है. इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी देशों का रुख सकारात्मक था. उन्होंने कहा कि वो लोग आतंकवाद के बारे में जानते हैं और भुगत भी रहे हैं, उनके यहां भी 'लोन वुल्फ अटैक' होते रहते हैं. उन्हें भारत में आतंकवाद के बारे में जानकारी है. साथ ही चतुर्वेदी ने कहा कि हमने उन्हें बताया कि हम लोग इतने दशकों से आतंकवाद को देख रहे हैं और अब यह बहुत ज्यादा हो गया है. प्रियंका चतुर्वेदी यूरोप के ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपियन यूनियटन, इटली और डेनमार्क की यात्रा से लौटी हैं.
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हमने आतंकी ठिकानों पर हमला किया और जब पाकिस्तानी आर्मी उनके समर्थन में आ खड़ी हुई तो उन्हें भी सबक सिखाना जरूरी था. उन्होंने कहा कि भारत ने इसे बढ़ावा नहीं दिया है और ना ही हमने इसे शुरू किया.
चतुर्वेदी ने कहा कि सभी देश इस बात ये सहमत थे कि भारत को जवाब देने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि उनके मन में कुछ गलत सूचनाएं थीं, जिसे हमने स्पष्ट किया है.
पाकिस्तान में आतंकवाद के लिए जा रहा पैसा: चतुर्वेदी
उन्होंने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा और कहा कि हमने ब्रिटेन में कहा कि हम दुनिया में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन कर रहे हैं और यह लोग फ्री टेररिज्म अरेंजमेंट कर रहे हैं. यही अंतर है, हममें और उनमें.
उन्होंने कहा कि हमने बताया कि पाकिस्तान को 25 बार आईएमएफ ने लोन दिया है. वर्ल्ड बैंक तत्पर है और यह पैसा कहां जा रहा है. पाकिस्तान में और गरीबी बढ़ी है. अगर यह पैसा जनता को नहीं जा रहा है तो कहां जा रहा है. ये पैसा आतंकवाद को जा रहा है. चतुर्वेदी ने डीजीएमओ बातचीत को लेकर कहा कि हमने उन देशों को बताया कि उस समय पाकिस्तान ने गुजारिश की.
उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के दावों को लेकर पूछे एक सवाल पर कहा कि यह साफ है कि डीजीएमओ टू डीजीएमओ टॉक हुई. उस समय पर किस देश की तरफ से रिक्वेस्ट आई, यह पाकिस्तान की ओर से रिक्वेस्ट आई थी.
सवाल पूछना विपक्ष की जिम्मेदारी: चतुर्वेदी
साथ ही कहा कि ऑल पार्टी मीटिंग में विपक्ष ने सरकार को कहा था कि जो भी आप कदम उठाएंगे, हम साथ हैं. हमारे देश में लोकतंत्र है. ये बात हमने विदेश में भी कही है. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर हम विपक्ष में हैं और हम सवाल पूछेंगे. यह विपक्ष की जिम्मेदारी है. सब ठीक था तो ये घटना कैसे हुई. यहां ये मुद्दा बनेगा और जवाबदेही तय होगी.
उन्होंने कहा कि हमने विदेश में देश की बात रखी और सेना के शौर्य की बात की. जर्मनी में लोगों ने पहलगाम पर एक वीडियो बनाया था. जब हम कोपनहेगन गए थे तो वहां कुछ पाकिस्तानी गड़बड़ी करने के लिए आ गए थे, लेकिन फिर भाग गए. भाड़े पर लाए गए थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आईएमएफ का लोन बर्बाद कर रहा है, वह आर्मी का एजेंडा ना चलाए और लोगों का भला करें.
मोदी सरकार के 11 साल पर भी बोलीं
मोदी सरकार के अकल्पनीय 11 साल के दावों पर चतुर्वेदी ने कहा कि अकल्पनीय उनकी आंखों से हुआ होगा, लेकिन जहां तक जनता की बात है, वो पिछले 11 सालों से इंतजार कर रही है कि भ्रष्टाचार कम हो, जनता रोजगार के वायदे को लेकर पूछ रही है. युवा पूछ रहा है. किसानों की आमदनी दुगुनी करने की बात थी, लेकिन वो परेशान हैं. आप काले कानून लेकर आए तो वे सड़कों पर उतरे. साथ ही उन्होंने कहा कि अमीर और अमीर हो रहा है और गरीब और गरीब. साथ ही उन्होंने कहा कि यह खुश हो रहे हैं कि 80 करोड़ को मुफ्त राशन देते हैं, लेकिन उन्हें उतना सक्षम नहीं बना पा रहे कि वो अपना राशन खुद कमा सकें.
राज ठाकरे के साथ आने के सवाल पर ये दिया जवाब
इसके साथ ही उन्होंने राज ठाकरे के सवाल पर कहा कि हमारी पार्टी का नाम और सिंबल जिस तरह से ले लिया गया है, हमारे साथ विश्वासघात किया गया है. यह सारी बातें राज ठाकरे भी समझते हैं और यदि वो दोनों साथ आने का निर्णय लेते हैं तो अच्छा है और पार्टी में भी लोग चाहते हैं, जनता भी चाहती है और बाला साहब ठाकरे भी चाहते थे कि दोनों साथ हों और आगे बढ़ें. जहां तक महाविकास आघाड़ी की बात है तो जो भी जुड़ता है, पार्टी के साथ या विपक्ष के साथ या अलायंस के साथ तो उससे मजबूती ही आती है.
मुंबई के साथ विश्वासघात का लगाया आरोप
मुंबई की लोकल ट्रेन से पांच लोगों के गिरने से मौत को लेकर उन्होंने रेल मंत्री पर निशाना साधा और कहा कि मुंबई के साथ विश्वासघात हुआ है. वह रेल मंत्री नहीं, रील मंत्री हैं. वह केवल वीडियो डालते हैं. उन्होंने कहा कि मुंबई के साथ विश्वासघात होता है, धोखा दिया जाता है. हमें इस बात का दुख नहीं है कि दूसरे राज्यों को पैसा दिया जाता है, लेकिन हमें क्यों नहीं दिया जाता है. भाजपा ने हमेशा मुंबई को दरकिनार किया है. आज जो ट्रेन से मौतें हुई हैं, 10 साल में से 9 साल भाजपा की सरकार रही है. लोगों की जो यह जान गई है यह भाजपा के सिर है.
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