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महाकुंभ, बजट, बिहार, दीवाली और ईद... जानिए लोकसभा में अखिलेश ने छोड़े क्या-क्या शब्दबाण

सपा प्रमुख ने कहा कि मेरी मांग है कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर स्पष्टीकरण के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए. महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए.

महाकुंभ, बजट, बिहार, दीवाली और ईद... जानिए लोकसभा में अखिलेश ने छोड़े क्या-क्या शब्दबाण
महाकुंभ भगदड़ पर अखिलेश यादव ने पूछे सवाल
नई दिल्ली:

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने संसद में महाकुंभ, बजट, बिहार, दीवाली और ईद को लेकर सरकार पर शब्दबाण चलाएं. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से कई सवाल पूछे. अखिलेश ने सरकार को घेरते हुए कहा कि महाकुंभ हादसे (Mahakumbh stampede) के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो, जिन्होंने सच छुपाया उसे दंडित किया जाए. हम डबल इंजन की सरकार से पूछते हैं कि आंकड़े क्यों छिपाए गए. जहां इंतेजाम होना चाहिए था वहां प्रचार हो रहा था.

अखिलेश यादव की लोकसभा में कही बड़ी बातें

  1. डिजिटल कुंभ करवाने वाले मरने वालों की डिजिट नहीं बता पा रहे.
  2. महाकुंभ हादसे के आंकड़े दबाए, मिटाए, छिपाए क्यों गए
  3. महाकुंभ में सनातन परंपरा टूटी, अखाड़ों का स्नान मनमाने समय में करवाया गया
  4. लोग पुण्य कमाने आए थे, अपनों का शव लेकर गए
  5. पीएम के बयान के बाद शोक जताया गया.
  6. शव पड़े थे, हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करवा रहे थे
  7. चीन हमसे जमीन छीन रहा है और बाजार भी
  8. कांग्रेस और हमारे बीच कोई दरार नहीं

मृतकों की डिजिट नहीं दे पाए

अखिलेश ने कहा कि इतने बड़े हादसे के बाद अब तो वो हॉर्डिंग उतार देने चाहिए. आंकड़े दबाए, छिपाए मिटाए क्यों गए. महाकुंभ के लिए 144 साल बाद का मुहूर्त कहा गया... इसके साथ ये भी कहा गया कि डिजिटल कुंभ का दावा किया.. वे डिजिटल कुंभ करवाने वाले मृतकों की डिजिट नहीं दे पाए. कुंभ कोई पहली बार नहीं हो रहा. इसका आयोजन सदियों से होता रहा है. समय समय पर भी जो भी सरकारें रहीं उन्होंने महाकुंभ का आयोजन किया है. 144 साल बाद महाकुंभ होने जा रहा है इसका इतना प्रचार किया सरकार 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम किया है. ये बातें चैनलों के माध्यम से सुनने को मिली.

अखिलेश यादव ने की ये मांग

सपा प्रमुख ने कहा कि मेरी मांग है कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर स्पष्टीकरण के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए. महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए. महाकुंभ हादसे में हुई मौतों, घायलों के इलाज, दवाइयों, डॉक्टरों, भोजन, पानी, परिवहन की उपलब्धता के आंकड़े संसद में पेश किए जाएं. महाकुंभ त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई हो और सच्चाई छिपाने वालों को सजा मिले. हम डबल इंजन की सरकार से पूछते हैं कि अगर कोई गलती नहीं थी, तो आंकड़ों को क्यों दबाया, छिपाया और मिटाया गया?..."

बिहार को दिया कोई तकलीफ नहीं...

अखिलेश यादव ने बजट सत्र के दौरान लोकसभा में गंगा एक्सप्रेस वे का जिक्र करते हुए बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि एक गंगा एक्सप्रेस वे बन रहा है, जिसके बारे में सरकार ने कहा कि कुंभ से पहले शुरू हो जाएगा. मुझे लगता है कि जिस रफ्तार से काम हो रहा है कि अगरे अर्धकुंभ तक ही बन पाएगा वो. बजट पर अखिलेश ने कहा कि बिहार को दिया कोई तकलीफ नहीं है. लेकिन यूपी में एक भी एक्सप्रेस वे दिया हो तो बता दीजिए, वो भी तब जब यूपी ने तीन बार पीएम को मौका दिया है.

'...मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा'

अखिलेश ने कहा कहा, 'जब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की तो 17 घंटे बाद राज्य सरकार ने इसे स्वीकार किया.  ये वो लोग हैं जो आज भी सच्चाई को स्वीकार नहीं कर सकते.' अपने भाषण के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि कई टीवी चैनलों और विज्ञापनों पर दिखाया गया कि महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों के आने की व्यवस्था की गई है. अगर मैं झूठ बोल रहा हूं या मेरे दावे झूठे निकले तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा.

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