
कांग्रेस ने एक खबर का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि पिछले वित्त वर्ष में 500 रुपये के नकली नोटों में 37 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई, जबकि नोटबंदी के समय दावा किया गया था कि नकली नोट हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगे. मुख्य विपक्षी दल ने यह दावा भी किया कि इससे साबित होता है कि नोटबंदी का यह पूरा प्रयोग कितना फिजूल और निरर्थक था.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘मोदी सरकार के 11 साल में 6,36,992 करोड़ रुपये की बैंक जालसाजी हुई हैं, जो कि 416 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. नोटबंदी के बाद भी, पिछले 6 वर्षों में 500 रुपये के नक़ली नोट की संख्या 291 प्रतिशत बढ़ी. इस वर्ष यह सबसे अधिक है.''

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी, हमें नहीं मालूम की आपकी रगों-नसों में क्या-क्या है, पर इतना तय है कि आपकी सरकार की नसों में धोखाधड़ी और जालसाजी ज़रूर है.''
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘8 नवंबर 2016 की रात प्रधानमंत्री द्वारा बड़े धूमधाम से की गई नोटबंदी की घोषणा हमारी अर्थव्यवस्था के लिए पहला बड़ा झटका था और इस झटके से अर्थव्यवस्था आज तक पूरी तरह उबर नहीं पाई है. 2000 रुपये के नोट उसी समय नवंबर 2016 में, लाए गए थे. लेकिन जैसे इन्हें अचानक पेश किया गया था, वैसे ही 30 सितंबर 2023 को इन नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा भी अचानक कर दी गई.''
खरगे ने कहा, ‘‘अब तक 98.24 प्रतिशत ऐसे नोट वापस रिजर्व बैंक में जमा हो चुके हैं. इससे साफ साबित होता है कि यह पूरा प्रयोग कितना फिजूल और निरर्थक था. 2024-25 में नकली 500 रुपये के नोटों में 37 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. याद है न - कहा गया था कि नोटबंदी से नकली मुद्रा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी?''
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