
लगभग पांच महीनों के बाद, तमिलनाडु में कोरोनावायरस मामलों का आंकड़ा शुक्रवार को 2,000 से नीचे रहा. इससे राज्य में कोरोना के एक्टिव मामलों को 18,000 से नीचे लाने में मदद मिली. तमिलनाडु कोरोना के मामलों में देश में चौथे पायदान पर है. शुक्रवार को 1,939 नए मामलों के साथ, कुल मामलों की संख्या 7.54 लाख को पार कर गई. जबकि ठीक हुए लोगों की संख्या शुक्रवार को 7.25 लाख हो गई. स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या अब 17,748 है.
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बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य में 14 मौतें हुईं, राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 11,454 हो गई है. कोरोना के नए मामलों में चेन्नई (512) सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद कोयंबटूर (179) और चेंगलपट्टु (145) हैं. बुलेटिन के अनुसार, कई जिलों में डबर डिजिट मामले आए हैं जबकि तेनकासी में सिर्फ तीन मामले आए हैं. राज्य में अब तक 1.09 करोड़ RT-PCR टेस्ट किए गए हैं. राज्य सरकार ने गुरुवार को स्कूलों को 16 नवंबर से कक्षा 9 और उससे ऊपर की कक्षाओं के छात्रों के लिए खोलने का निर्णय लिया है. देश के अधिकांश हिस्सों की तरह, महामारी की शुरुआत से सात महीने से अधिक समय से तमिलनाडु में स्कूल बंद हैं.
सरकार ने कहा कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के छात्रों और अंतिम वर्ष के स्नातकोत्तर छात्रों के लिए 2 दिसंबर से कक्षाएं शुरू होंगी. सरकार ने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलने पर माता-पिता और शिक्षकों से रायशुमारी की गई. कुछ माता-पिता चाहते थे कि स्कूल फिर से खुलें, लेकिन अन्य कोविड संकट के कारण इस तरह के कदम के खिलाफ थे.
हालांकि, सत्तारूढ़ AIADMK और विपक्षी दल डीएमके की कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर आलोचना भी हो रही है. राज्य पुलिस की भी इन पर रोक नहीं लगाने के लिए आलोचना हो रही है.
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