राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने रविवार को कहा कि उसने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन को पत्र लिखकर परिसर के दीवारों पर ‘राष्ट्र विरोधी' नारे लिखने की हालिया घटना की जांच कराने की मांग की है. छात्र संगठन ने प्रशासन से नारे लिखने वालों की तत्काल पहचान करने और ऐसे मामलों को रोक पाने में असफल होने को लेकर जिम्मेदारी तय करने की भी मांग की है.
पत्र में कहा गया है, ‘‘छात्र संगठन होने के नाते, हम जेएनयू परिसर में लगातार भारत विरोधी नारे लिखे जाने की घटनाओं को लेकर चिंतित है. कल कुछ छात्रों ने तस्वीरें खींची हैं जिनमें भाषा संस्थान की इमारत पर ‘भारत अधिकृत कश्मीर', ‘मुक्त कश्मीर', ‘भगवा जलेगा' जैसे नारे लिखे दिख रहे हैं.''
जेएनयू में एबीवीपी के सचिव विकास पटेल ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा कि प्रशासन के संज्ञान में लाए जाने और तस्वीरें सोशल मीडिया में प्रसारित होने के बाद रविवार की सुबह प्रशासन ने दीवार की पुताई कर नारे मिटा दिए.
छात्र संगठन ने मांग की कि जेएनयू के मुख्य सुरक्षा अधिकारी को इस तरह की घटनाओं को रोकने में नाकाम होने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
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