‘हर घर तिरंगा’ अभियान को लेकर डाकघरों को करीब 2.5 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज भेजे गए: संस्कृति मंत्रालय 

एक बयान में संस्कृति सचिव के हवाले से कहा गया, ‘‘डाक विभाग ने इस वर्ष 2.5 करोड़ ध्वज के लिए मांग की है और 55 लाख ध्वज डाक घरों के माध्यम से पहले ही भेजे जा चुके हैं. वस्त्र मंत्रालय राज्यों को पहले ही 1.3 करोड़ ध्वज भेज चुका है.’’

‘हर घर तिरंगा’ अभियान को लेकर डाकघरों को करीब 2.5 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज भेजे गए: संस्कृति मंत्रालय 

नई दिल्ली: संस्कृति मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को बताया कि ‘हर घर तिरंगा' अभियान के तहत डाकघरों में बिक्री के लिए लगभग 2.5 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि जनभागीदारी बढ़ने के साथ यह अभियान ‘‘जन आंदोलन'' बन गया है. केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस अभियान को लेकर अभी देश में काफी उत्साह है, जिसे पिछले साल पहली बार शुरू होने पर जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य 2023 में ‘हर घर तिरंगा' अभियान को उसी बड़े पैमाने और प्रतिबद्धता के साथ मनाना है जैसा हमने पिछले साल किया था. पिछले साल की गई सभी तैयारियां इस साल भी कर ली गई हैं.'' बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘वस्त्र मंत्रालय के माध्यम से, हमने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को झंडों की आपूर्ति सुनिश्चित की है. इस साल डाकघरों को लगभग 2.5 करोड़ ध्वज की आपूर्ति की गई है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा एक करोड़ था.''

संस्कृति मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस पहल के तहत डाक विभाग जनता को उच्च गुणवत्ता वाले राष्ट्रीय ध्वज बेचने और वितरित करने के लिए जिम्मेदार नामित इकाई के रूप में कार्य कर रहा है. एक बयान में संस्कृति सचिव के हवाले से कहा गया, ‘‘डाक विभाग ने इस वर्ष 2.5 करोड़ ध्वज के लिए मांग की है और 55 लाख ध्वज डाक घरों के माध्यम से पहले ही भेजे जा चुके हैं. वस्त्र मंत्रालय राज्यों को पहले ही 1.3 करोड़ ध्वज भेज चुका है.''

उन्होंने यह भी कहा कि राज्यों में स्वयं सहायता समूहों द्वारा करोड़ ध्वजों का निर्माण किया जा रहा है जो ध्वज विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के रुझान का संकेत देता है. मोहन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कम बिक्री का कारण यह भी है कि कई परिवार अभियान के तहत पिछले साल खरीदे गए झंडों का फिर से उपयोग करेंगे. मोहन ने कहा कि एक बैठक के दौरान, विभिन्न राज्यों के नोडल अधिकारियों ने बताया कि या तो मुख्यमंत्री या एक वरिष्ठ अधिकारी ‘हर घर तिरंगा' अभियान से संबंधित गतिविधियों में भाग लेंगे.

उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री 14 अगस्त को ‘तिरंगा यात्रा' का नेतृत्व करेंगे जो साबरमती रिवरफ्रंट से शुरू होगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह भी सूचना मिली है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भी ‘तिरंगा यात्रा' में हिस्सा लेंगे.

केंद्रीय संस्कृति सचिव ने कहा कि 13 से 15 अगस्त तक सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों और कॉलेजों में बड़े कार्यक्रमों के साथ-साथ ‘प्रभात फेरी' और ‘तिरंगा यात्राएं' आयोजित की जाएंगी. मोहन ने कहा कि इस साल अब तक, संस्कृति मंत्रालय ने ‘हर घर तिरंगा' अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित ‘‘2,000 से अधिक कार्यक्रम'' आयोजित किए हैं.

उन्होंने कहा कि भारत में लगभग 26 करोड़ परिवार हैं और उनमें से लगभग सभी ने अपने परिसर में झंडा फहराया, जो देश के प्रति सम्मान और प्रेम का प्रतिबिंब है. पिछले साल, भारतीय ध्वज के साथ लगभग छह करोड़ सेल्फी ‘हर घर तिरंगा' वेबसाइट पर अपलोड की गईं थीं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि इस बार यह आंकड़ा बढ़ेगा.'' सरकार आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 13-15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा' अभियान मना रही है.

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