भारत आज 70वां गणतंत्र दिवस (70th Republic Day) मना रहा है और आज का यह आयोजन काफी विशेष होने जा रहा है. इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर प्रधानमंत्री (PM Modi) द्वारा पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद गणतंत्र दिवस की परेड की शुरुआत होगी. गणतंत्र दिवस के मौके पर साउथ अफ्रीका (दक्षिण अफ्रीका) के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा हैं. इस मौके पर राजपथ पर तीनों सेनाएं अपनी ताकत का परिचय देंगे. इसके साथ ही सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की झाकियां भी निकलेंगी. कार्यक्रम के दौरान देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राजनीति व अन्य क्षेत्रों से जुड़ी जानी-मानी हस्तियां भी मौजूद रहेंगी. आएये जानते हैं इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर कब कौन से कार्यक्रम पेश किए जाएंगे.
तय समय के अनुसार पूरा कार्यक्रम 90 मिनट का होगा
सुबह 9.45 अमर जवान ज्योति पर सेना प्रमुखों की श्रद्धांजलि
9.48 प्रधानमंत्री की शहीद जवानों को श्रद्धांजलि
9.50 प्रधानमंत्री सलामी मंच के पास
9.54 उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का आगमन
राष्ट्रपति के आने से पहले 46 सजीले घुड़सवार अंगरक्षक आते है
9.55 इस बार के मुख्य अतिथि है दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा
9.57 राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आगमन
9.59 झंडा फहरना , 21 तोपों की सलामी
सुबह 10 बजे से लेकर 11.30 तक परेड चलेगा
राष्ट्रगान
परेड की शुरुआत होगी
10.00 बजे
पहली बार कश्मीर के निवासी लांस नायक नजीर नायक नजीर वानी को मरणोपरांत अशोक चक्र दिया जाएगा. पिछले साल नवंबर में सेना के वानी आतंकियों के साथ लड़ते हुए मुठभंड़ में शहीद हो गए थे. कुलगाम में एक घर में आतंकी छुपे थे तो नजीर ने दो आतंकियों को मार गिराया. उसी दौरान गोली लगने से शहीद हो गए. 2004 में नजीर आतंक का रास्ता छोड़कर सेना में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कई आतंकियों को मौत के घाट उतारा. उन्हें वीरता के लिए 2007 और 2018 में सेना मेडल से सम्मानित किया गया. 10.03 पांच एमआई- 17 वी 5 हेलीकाप्टर .. तिरंगे के साथ साथ तीनों सेनाओं के झंडों के साथ दर्शकों पर फूल बरसाना. 10.04 परेड कमंडर लेफ्टिनेंट जनरल आसित मिस्त्री अगुवाई करेंगे , जीओसी हेड क्वाटर , दिल्ली एरिया 35 साल की मिलेट्री सर्विस , 05 परेड उप कमांडर मेजर जनरल राजपाल पुनिया, ऑपरेशन खुखरी में युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित
अपनी बटालियन को सियाचिन में कमांड किया है.
थलसेना
06 परमवीर चक्र और अशोक चक्र विजेता, लड़ाई के दौरान देश का सर्वोच्च सैनिक सम्मान . परमवीर चक्र--सुबेदार मेजर बाना सिंह रिटायर, हवलदार संजय कुमार, 13 जम्मू-कश्मीर रायफल, योगेंद्र सिंह यादव, 18 ग्रेनेडियर
गणतंत्र दिवस के मौके पर छावनी में तब्दील दिल्ली, राजपथ पर होगा भारत का 'शक्ति प्रदर्शन'
10.07 बजे
शांति काल के दौरान देश का सर्वोच्च अशोक चक्र- मेजर जनरल सायरश ए पिठावाला , रिटायर कर्नल जसबीर सिंह ,लेफ्टिनेंट कर्नल डी श्रीराम कुमार ,ले कर्नल जसराम सिंह रिटायर, नायब सूबेदार छेरिंग मुतुप, रिटायर, श्री गोविंद सिंह , छतरपुर, मध्यप्रदेश, श्री भूरेलाल , गुना, मध्यप्रदेश
61 कैवलरी
ये दुनिया का इकलौता घुड़सवार दस्ता है इस रजीमेंट ने आखिरी बार 1918 में ऐतिहासिक हैफा की लड़ाई में हिस्सा लिया था. पोलो के खेल ओर घुड़सवारी में इसके जवानों ने दुनिया भर में नाम कमाया है इसका आर्दश वाक्य है अश्व शक्ति यशोबल यानि कि अश्व शक्ति हमेशा सर्वोत्तम.
10.09 बजे
13 लाख तदाद वाली दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना न केवल सीमा पर तैनात है बल्कि देश के अंदर आतंकियों के खिलाफ अभियान में बीस सालों से ज्यादा लगी हुई है इसके जवान दुनिया के सबसे ऊंचे लड़ाई के मैदान सियाचिन में 1984 से ही तैनात है. फिलहाल सेना के पास नये हथियारों की क़िल्लत है लेकिन हौसले में कोई कमी नही है.
10.10 बजे
टी 90 टैंक
सेना का टैंक टी- 90 टैंक जिसे भीष्म भी कहा जाता है. ये रुस में बना हुआ है. इसमें 125 एमएम बोर की मुख्य गन लगाई गई है. जो मिसाइल को 5 किलोमीटर तक रात में भी फायर करने की क्षमता रखता है . ये लेजर गाइडेड मिसाइल के साथ दुश्मन के टैंक और हेलीकॉप्टर को बरबाद कर सकता है. सेना का टैंक टी- 90 टैंक जिसे भीष्म भी कहा जाता है. ये रूस में बना हुआ है. इसमें 125 एमएम बोर की मुख्य गन लगाई गई है. जो मिसाइल को 5 किलोमीटर तक रात में भी फायर करने की क्षमता रखता है. ये लेजर गाइडेड मिसाइल के साथ दुश्मन के टैंक और हेलीकॉप्टर को बरबाद कर सकता है.
10.11 बजे
सरफेस माइन क्लयरिंग सिस्टम - इस अधुनिक सिस्टम को देश में ही भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड ने बनाया है. इस उपकरण की मदद से चार मीटर चौड़ाई में कम से कम तीन किलोमीटर प्रतिघंटा और अधिक से अधिक 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से 98 फिसदी तक एंटी पर्सनल और सौ फिसदी तक एंटी टैंक माइन्स की निकासी की जा सकती है. इसे समतल और अर्ध रेगिस्तान इलाके में तैनात किया जा सकता है.
10.12 बजे
9 व्रज तोप - 52 कैलीबर की 155 मिलीमीटर गन की के- 9 व्रज गन राजपथ पर परेड में आया है. करीब तीन दशक सेना में तोप शामिल हुआ है. बोर्फोस तोप के बाद के बाद तीन दशक तक कोई तोप सेना में शामिल नही हुआ क्योंकि इस सौदे में दलाली के आरोप लगे थे. इसका वजन 48 टन है और इसमें 5 सैनिकों का क्रू होता है. 60 किलीमीटर की रफ्तार से लड़ाई में 38 किमी की दूरी पर अपने टॉरगेट को बरबाद कर सकता है. रसायन और परमाणु हमला होने के हालात में भी ये दुश्मन पर हमला कर सकती है. दक्षिण कोरिया के सहयोग से गुजरात में इसे लार्सन एंड टॉरबो ने बनाया है.
10.13 बजे
एम 777 अल्ट्रा लाइट होवित्जर - अमेरिका से लिया गया 39 कैलिबर की ये एक आधुनिक गन है जिसकी मारक क्षमता 30 किलोमीटर है. वजन है मात्र 4.3 टन. हल्के वजन की वजह से इस तोप को हेलीकॉप्टर की वजह से पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में तैनात किया जा सकता है . 155 मिलीमीटर वाली ये गन चीन से लगी सीमा पर तैनात किया गया है. मैनटेंनस में इसे काफी आसानी होने के साथ ये काफी विश्वासनीय भी है.
10.14 बजे
ट्रांसपोर्टबल उपग्रह वाहन - ये सिगन्ल कोर का है. डिफेंस सिस्टम मे सेना के तीनों अंगो में बेहतर नेटवर्क स्थापित करने में मदद करता है. इससे आवाज, डाटा सब कुछ हाई क्वालिटी का भेज सकते है.
10.15 बजे
आकाश वेपन सिस्टम ये देश का पहला एयर डिफेंस सिस्टम है. जो कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है. 150 किमी तक हना में सर्विलांस करता है. इसे थल और वायुसेना में शामिल किया गया है.
आसमान में ध्रुव और रुद्रा हेलिकाप्टर फ्लाई पास्ट करते हुए
इसे हिन्दुस्तान एयरोनेटिक्स लिमिटेड ने बनाया है. आधुनिक तकनीक वाला ये हेलीकॉप्टर हर मौसम में उड़ान भर सकता है ये फिलहाल 150 किलोमीटर रफ्तार से उड़ सकता है. थल सेना और वायुसेना में शामिल होने के अलावा इसे फ्रेंडली जैसे देशों में निर्यात भी जाएगा . रुद्रा अटैक हेलीकॉप्टर है जिसमें गन और रॉकेट लगे है .
10.16 बजे
मदास रेजिमेंट रेजिमेंट को बहादुरी के लिए 45 बैटल आनर्स और 14 थियेटर आनर्स सहित कई सम्मान मिल चुके है. इस रेजिमेंट को एक बार 2001 में सेना दिवस और 2014 में गणतंत्र दिवस के मौके पर बेस्ट मार्चिंग दस्ते के अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. युद्धघोष है स्वधर्मे निधनम श्रेय .
10.17 बजे
राजपुताना राइफल्स - बहादुरी के लिये रेजिमेंट को 1856 में प्रथम विक्टोरिया क्रास जीतने का गौरव हासिल है. 2008 में इसे बेस्ट मार्चिंग कंटीजेन्ट का खिताब हासिल हो चुका है. यह रेजिमेंट राष्ट्रीय एकता का अदभुत उदारहण प्रस्तुत करता है. आर्दश वाक्य है वीर भोग्या वसुन्धरा. वॉर क्राइ है राजा रामचन्द की जय.
सिख रेजिमेंट - इसकी स्थापना 1846 में शेर ए पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की सेना के लड़ाकों से की गई है. इस रेजिमेंट को बहादुरी के कई सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. इसका आदर्श वाक्य है निश्चय कर अपनी जीत करो .बोले सो निहाल सत् श्री अकाल .
- जम्मू कश्मीर लाइट इंफ्रेट्री रेजीमेंटल सेंटर, बांबे इंजीनयरिंग और सेंट्रल किरकी और सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर कमांड का बैंड .
10.18 बजे
गोरखा बिग्रेड - फील्ड मार्शल सैम मानेकशा ने एक बार कहा था कि अगर कोई एक मनुष्य कहता है कि वह मौत से नही डरता या तो वह एक झूठा है या वह एक गोरखा है. ऐसे बहादुर , वफादार और साहसी होते है गोरखा सैनिक. ये ब्रिगेड सभी गोरखा रेजिमेंट को एक साथ मिलाकर बनाया गया है. जय मां काली आयो गोर्खाली.
10.19 बजे
सेना सेवा कोर - 258 साल पुराना ये कोर सेना को 70 फिसदी लॉजिस्टिक सपोर्ट देता है. परिवहन, ईधन , पशु परिवहन और एयर मेन्टेस सहित कई तरह सेवायें प्रदान करता है. सेवा आस्माकम धर्मा इसका अर्थ है सेवा हमारा धर्म है. इसकी अगुवाई कर रही है लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी.
बैंड - आरमी सर्विस कोर , आरमी मेडिकल कोर सेंटर और कॉलेज और कोर ऑफ मिलेट्री पुलिस सेंटर स्कूल का बैंड.
10.20 बजे
इन्फ्रैट्री बटालियन प्रादेशिक सेना - इस दस्ते को 2009 में बेस्ट कॉटीजेन्ट , सेना दिवस परेड 2013 में उपविजेता रह चुका है. साथ ही कई बार प्रधानमंत्री प्रादेशिक सेना दिवस में बेस्ट मार्चिंग कॉटीजेन्ट का खिताब मिल चुका है. इस दस्ते ने कई बार रेगुलर सेना के साथ ऑपरेशन में हिस्सा लिया है. इसका आदर्श वाक्य है जो बोले सो निहाल. सत् श्री आकाल , जय दुर्गे हर हर महादेव , एक सौ दो फतेह हो.
10.21 बजे
वेटरन पर झांकी.- सेना के पहले फील्ड मार्शल जनरल करियपप्पा और सैम बहादुर , मिल्खा सिंह ...
राष्ट्र की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार . 21 वी सदी की नौसेना. केरल में नौसेना का बचाव कार्य. मिग-29 के और निगरानी विमान पी -8 आई.
नौसेना के जवान144 मार्चिंग दस्ते.
भारतीय नौसेना राष्ट्र की सुरक्षा में हमेशा तैयार
आने वाली चुनौती से निपटने के लिये नौसेना की ताकत लगातार बढ़ाई जा रही है .
10.22 बजे
वायुसेना की झांकी. इसमें 144 जवान शामिल है. इसमें सुखोई -30 है . लाइट कॉम्बेट एयरकाफ्ट होगा .वायुसेना में बेड़े में इस साल सिंतबर में पहला रफाल लड़ाकू विमान आ जाएगा . फिलहाल वायुसेना 31 लड़ाकू विमान के बेड़े है. एक बेड़े में 16 से 18 लड़ाकू विमान होते है.
10.23 बजे
डीआरडीओ
मध्यम दूरी का मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसायानि कि एमआएसएएम मिसाइल है. ये इसराइल की मदद से देश में ही विकसित किया गया है. तीन सौ किलोमीटर तक ये अपने टॉरगेट को पता लगा लेता है. 70 किलोमीटर के भीतर उसको तबाह भी कर सकता है. इसे रोड , रेल और हवा मार्ग के जरिए भी तैनात किया जा सकता है .
10.24 बजे
अर्जुन रिकवरी एवं रिपेयर व्हीकल - इसे भी डीआरडीओ ने बनाया है. ये मैकेनाइज्ड फोर्सेस के सपोर्ट के लिए है. इसे अर्जुन टैंक की मदद के लिए बनाया गया है.
10.27 बजे
पहली बार इंडियन नेशनल आरमी के वेटरन परेड में हिस्सा लेंगे. 90 साल के ऊपर के हो चुके है ये वेटरन.
10.27 बजे
अर्धसैनिक बल
पहले गणतंत्र दिवस परेड में सारे अर्धसैनिक बलों को परेड में हिस्सा लिया करते थे लेकिन अब समय की कमी की वजह से कुछ चनिंदा अर्धसैनिक बलों के जवान ही परेड में हिस्सा लेते है.
10.28 बजे
असम राइफल्स मार्चिग दस्ता
10.29 बजे
कोस्टगार्ड -ये सबसे नया अर्धसैनिक बल है जो 1977 में बना. मुंबई हमले के बाद तटीय सुरक्षा पर खासा जोर दिया गया है इसमें नये जहाज और युद्दपोत शामिल किए जा रहे है ताकि समंदर के जरिये दाखिल होने वाले आतंकियों को रोका जा सके.
10.30 बजे
सीआरपीएफ ये देश का सबसे बड़ा पैरामिलेट्री फोर्स है. नक्सल से लेकर आतंक के खिलाफ तैनात है इसके जवान. देश में कही कोई संकट आ जाए इसके बल के ही जवान तैनात किये जाते है राहत और बचाव कार्य में भी रहते है इसके जवान.
10.31 बजे
आरपीएफ रेलवे सुरक्षा बल
10.32 बजे
दिल्ली पुलिस
ये अकेला ऐसा पुलिस बल है जो जिसने 1950 से लेकर हर गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया है 14 बार इसे सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते का अवार्ड मिल चुका है खास बात ये भी है कि ये दस्ता छह फुट से लंबे जवानों का है. अगुवाई कर रहे है.
10.33 बजे
बीएसएफ ऊंट दस्ता
राजसी वेशबूषा और शाही अंदाज में बीएसएफ का ऊंट सवार दस्ता. 1965 में बनी ये फोर्स पाकिस्तान से लगी सीमा पर तैनात है साथ में नक्सल से लेकर आतंकवाद विरोधी अभियान में भी इसके जवान लगे है. इसने 1965 और 1971 की लड़ाई में अपनी उपयोगिता साबित किया है.
10.34 बजे
बीएसएफ का ऊंट सवार बैंड
ये ऊंट दस्ता रेगिस्तानी इलाके में जवानों का इकलौता हम सफर है राजस्थान और गुजरात के कच्छ की खाड़ी में जवान इसकी मदद से ही आतंकवादियों की धर-पकड़ करते है और सरहद की रखवाली है. 34 ऊंट सवार का दस्ता पारंपारिक के साथ नये दौर के वाद्य यंत्र के साथ दुनियाभर में ये बैंड काफी मशहूर है.
10.34 बजे
ये दुनिया का सबसे बड़ा युवा संग्ठन है 14 लाख कैडेट है जो खेल से लेकर साहसिक और मानवीय कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते है. युवाओं के राष्ट्र निमार्ण में अग्रणी भूमिका.
10.35 बजे
नेशनल सर्विसेज के कैडट . 1969 में महात्मा गाँधी की जन्मशति पर बनी इस संस्था में 36 लाख स्वंयसेवक है जो समाजिक कार्यों में हिस्सा लेते है 1988 से ये एनएसएस के कैडेट लगातार परेड में हिस्सा ले रहे हैं . परेड में 160 स्वयंसेवक हिस्सा ले रहे हैं.
10.35 बजे
मिक्स पाइप एंड ड्रम बैंड
152 संगीतकार की अगुवाई में परेड में हिस्सा ले रहे हैं
10.37 से 11.04 मिनट तक
झांकी. कुल 22 झांकी , 16 राज्यों की , छह अलग अलग मंत्रालय की
सबका थीम महात्मा गांधी का दर्शन और जीवन
जन्म के 150 साल पूरे होने पर.
सिक्किम कृषि और पर्यावरण से जुड़ी अहिंसा
महाराष्ट्र भारत छोड़ो आंदोलन
अंडमान निकोबार सेल्लुर जेल के कैदियों के साथ गांधी जी
असम असम में गााधी जी
त्रिपुरा गांधीवादी तरीके से ग्रामीण अर्थवस्वस्था की मजबती
गोवा अनेकता में एकता
अरुणाचल प्रदेश स्वयं में शांति
पंजाब जालियवाला बाग
तामिलनाडु महात्मा गांधी ने जब बदली पोशाक
गुजरात ऐतिहासिक दांडी मार्च
जम्मू कश्मीर साझा संस्कृति के उम्मीद गांधी
कर्नाटक गांधी जी और बेेलागावी कांग्रेस सम्मेलन
उत्तराखंड अत्याधित्मक अनासक्ति आश्रम
दिल्ली महात्मा गांधी और दिल्ली
उत्तरप्रदेश महात्मा गांधी के जन्म के 150 साल
बंगाल महात्मा गांधी और बंगाल
विधुत मंत्रालय सैभाग्य नया भारत रौशन भारत
पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय स्वच्छ भारत मिशन
रेल मंत्रालय मोहन से महात्मा
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद
सीआईएसएफ. महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा में तैनात. एयरफोर्ट से लेकर बंदरगाह में. राजघाट की सुरक्षा में इसके जवान ही तैनात है.
सीपीडब्लूडी
11.04 करीब 60 सालों में पहली बार हुआ है इस बार 21 राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाये परेड में नही दिखेंगे. जिस एनजीओ के जिम्मे बच्चे चुनने का काम था उस पर वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लग गया. इस वजह से सरकार उससे अलग हो गई. इसकी जगह पर छह अलग अलग क्षेत्रों से चुने गए 26 बच्चें परेड में हिस्सा लेंगे जिनमें तीन बच्चे बहादुरी के लिये चुने गए है.
देश के इन बहादुर बच्चों के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 जनवरी को सम्मानित किया. इनमें छह लड़कियां और 20 लड़के शामिल है.
11.05 बजे
स्कूली बच्चों का डांस
नेवी चिल्डन स्कूल चणाक्यपुरी , दिल्ली
इस्रिटन जोनल सांस्क़तिक केन् , कोलकाता
राजकीय प्रतिभा विकास विधालय, दिल्ली
केन्ीय विधालय पश्चिम बिहार , दिल्ली
11.15 बजे मोटरसाइकिल डिस्प्ले (11.20) सेना के जवानों का है जिनके नाम वर्ल्ड रिकार्ड भी दर्ज है. ये कई बार राजपथ पर अपना प्रदर्शन कर चुके है.अपने मोटर साइकिल पर ऐसे हैरत अंगेज करतब दिखाते है जो हर किसी को सांसे थामने को विवश कर देते है. यह टीम फौलादी इरादो और दृढ़ इच्छा शक्ति का उदारहण है. मोटरसाइकिल पर अलग अलग तरह के करतब दिखाते है. कोई मोटरसाइकिल पर लैडर लगा लेता है तो कोई मोटरसाइकिल योग करता है. तो कोई सीमा पर तैनात दिखता है.पहली बार सेना की टीम कैप्टन शिखा सुरभि बाइट पर स्टंट करती दिखेंगी.
11.18 बजे
फ्लाई पास्ट
परेड का समापन फ्लाई पास्ट से होगा
सबसे पहले रुद्रफॉरमेशन
तीन धुव्र हेलीकॉप्टर विक फॉरमेशन
180 किमी रफ्तार से
इसके बाद स्पेशल ट्रांसपोर्ट विमान सी 130 जे
2011 वायुसेना में शामिल. अमेरिका में बना हुआ है ये विमान.
जो बहुत कम रनवे पर ना केवल टेक ऑफ करता है बल्कि लैंड भी कर सकता है .
तीन सौ मीटर की ऊंचाई पर और तीन सौ किलोमीटर रफ्तार से फ्लाई.
पहली बार बायोफ्यूल से ट्रांसपोर्ट विमान एन-32 भी उड़ान भरेगा.
11.24 बजे
देश में बना अवाक्स , डीआरडीओ ने इसे बनाया है. इसे आसमान की आंख कह सकते है.
400 किलोमीटर रेंज. इसके दोनों ओर फ्लाई कर रहा है सुखोई 30 एमकेआई.
11.25 बजे
दुनिया के बड़े ट्रांसपोर्ट विमान में से एक सी-17 अमेरिका का बना हुआ है. इसके दोनों ओर फ्लाई कर रहा है सुखोई 30 एम के आई.
तीन सौ मीटर की ऊंचाई पर 500 किलोमीटर रफ्तार से फ्लाई .
11.26 बजे
पांच जगुवार , पुराना हो गया है लेकिन दमखम अभी बाकी है . पुरी तरह से ये लड़ाकू हमलावर लड़ाकू विमान . जमीन में नीचे से मार करने वाला 5 जगुवार एरोहेड फोरमेशन 300 मीटर की ऊंचाई पर 780 प्रति घंटा फ्लाई कर रहे है .
11.29 बजे
पांच मल्टी रोल लड़ाकू विमान मिग-29 अपग्रेड एरोहेड फोरमेशन में 300 मीटर की ऊंचाई पर 780 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से फ्लाई कर रहे है
और अब त्रिशूल के रुप में तीन सुखोई-30 . 300 मीटर की ऊंचाई पर 840 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से फ्लाई कर रहे है .
देश का सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान.
परेड के आखिर में सुखोई 30 अकेले आएगा .इसके हवाई करतब से दर्शक दंग रह जायेंगे. 900 किलोमीटर की रफ्तार से वर्टिकल चार्ली.
11.30 में परेड खत्म. परेड खत्म होने के बाद राष्ट्रगान होगा.
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