विज्ञापन
This Article is From Dec 10, 2015

26/11 हमला : मुंबई कोर्ट ने डेविड हेडली को माफ किया, सरकारी गवाह बनाया

26/11 हमला : मुंबई कोर्ट ने डेविड हेडली को माफ किया, सरकारी गवाह बनाया
डेविड हेडली (फाइल फोटो)
मुंबई: लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली को मुंबई की एक अदालत ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में सरकारी गवाह बनाया और उसे माफी दे दी। कोर्ट ने साफ किया कि हेडली को 26/11 हमलों में उसका और बाकी सभी आरोपियों का रोल बताना होगा और पूरी साजिश के बारे में जानकारी देनी होगी। उसे बताना होगा कि उसने और उसकी जानकारी के मुताबिक बाकी लोगों ने भारत के खिलाफ क्या-क्या गतिविधियां कीं और अभियोजन पक्ष के सभी सवालों के जवाब उसे देने होंगे। 26/11 हमले की साजिश और उससे जुड़े सभी आरोपियों के खिलाफ
हेडली का बयान बेहद अहम रहेगा।

हमलों में डेविड हेडली का अहम रोल
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) अतुल कुलकर्णी ने कहा कि यह डेवलपमेंट बहुत अहम है। इससे हमलों की साजिश पता चलेगी। डेविड हेडली ने इन आतंकी हमलों में अहम रोल अदा किया था। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई अगले साल 8 फरवरी की रखी है।

माफी दिए जाने पर गवाही को तैयार
फिलहाल मुंबई आतंकी हमलों में अपनी भूमिका को लेकर अमेरिका में 35 साल कैद की सजा काट रहे हेडली ने मुंबई में एक अदालत में अज्ञात स्थान से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कहा कि वह माफी दिए जाने पर गवाही देने को तैयार है। विशेष सरकारी अभियोजक उज्ज्वल निकम ने न्यायाधीश जीए सनप को बताया कि हेडली माफी दिए जाने पर सरकारी गवाह बनने को तैयार है। हेडली ने अदालत से कहा, मुझे अदालत में मेरे खिलाफ दाखिल आरोपपत्र मिला है। इसमें मुझ पर वही आरोप लगाए गए हैं, जिसके लिए अमेरिका में मुझ पर आरोप लगाए गए हैं। मैंने अमेरिका में अपना गुनाह कबूल कर लिया और मैंने स्वीकार किया कि मैं इन आरोपों में सहभागी था।

नवंबर में मुंबई सत्र न्यायालय ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मामले में डेविड हेडली को आरोपी बनाने का फैसला सुनाया था। मुंबई पुलिस की अर्जी पर कोर्ट ने पूछा था कि हमलों में हेडली की भूमिका साबित होने के बावजूद पुलिस ने उसे आरोपी क्यों नहीं बनाया था। फैसले के बाद विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम ने कहा था कि हेडली एक साजिशकर्ता है और कोर्ट ने अर्ज़ी स्वीकार करते हुए कहा था कि 10 दिसंबर को वीडियो लिंक के जरिये उसे कोर्ट में हाजिर किया जाए।

कौन है हेडली?
हेडली ने 2006 और 2008 के बीच कथित तौर पर पांच बार भारत का दौरा किया और इस दौरान उसने ताज, ओबेरॉय होटल और नरिमन हाउस जैसी जगहों पर जाकर वीडियो फुटेज बनाए जिसे आतंकवादियों ने 26 नवंबर, 2008 को निशाना बनाया था। मुंबई के प्रमुख स्थानों पर हेडली की ओर से टोह लिए आने के आधार पर ही लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने हमले को अंजाम दिया था।

पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आंतकी डेविड हेडली को लश्कर ए तैयबा का अंडरकवर एजेंट बताया जाता है और उन्होंने लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया था। 24 जनवरी 2013 को अमेरिका की संघीय अदालत ने हेडली को दोषी करार दिया था और मुंबई हमले में भूमिका के लिए 35 साल की जेल सुनाई गई थी। (इनपुट एजेंसी से)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डेविड हेडली, मुंबई हमला, 26/11 आतंकी हमला, मुंबई कोर्ट, लश्कर ए तैयबा, David Headley, 26/11 Mumbai Attack, Mumbai Court, Lashkar E Taiba