जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित आर्मी हेडक्वॉर्टर पर रविवार को सुबह साढ़े 5 बजे हुए आतंकी हमले में 17 जवान शहीद हो गए. सैन्य बलों ने जवाबी कार्रवाई में सभी चार आतंकियों को मार गिराया. हाल के वर्षों में यह सैन्य बलों पर सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. गृह मंत्रालय ने सभी एयरपोर्ट को सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया है.
डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) ले. जनरल रणबीर सिंह ने शाम को एक प्रेस कांफ्रेंस करके सेना के बटालियन हेडक्वार्टर शिविर पर हुए आतंकी हमले से जुड़ी कई जानकारियां दी. उन्होंने बताया कि आतंकी पूरी तरह प्रशिक्षित थे और भारी गोला-बारूद के साथ आए थे. सिंह ने कहा कि शुरुआती जांच में इस हमले में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद की भूमिका के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं. इस आतंकी संगठन का सरगना आतंकी मौलाना मसूद अजहर है. उन्होंने यह भी बताया कि आतंकियों के कब्जे से चार एके सैंतालीस राइफल, चार अंडरबैरल ग्रेनेड लॉन्चर बरामद हुए हैं और बरामद सामान पर पाक की मुहर लगी है.
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कश्मीर में अशांति फैलाने के पाकिस्तान के गेम प्लान का हिस्सा है उरी हमला : सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, आतंकी आग को फैलाने वाला ग्रेनेड लेकर आए जिन्हें हासिल करना आसान नहीं था. उरी कश्मीर के बारामूला जिले में है. इस हमले में तकरीबन 30 जवान घायल हो गए जिन्हें एयरलिफ्ट कर हॉस्पिटल ले जाया गया. गृह मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तान अपनी तरफ़ से लगातार आतंकवादियों के दस्ते भारत भेज रहा है. आर्मी चीफ जनरल दलबीर सुहाग और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर कश्मीर पहुंच चुके हैं. सैन्य अधिकारी ने बताया कि कुछ और आतंकियों के छुपे होने की आशंका के मद्देनजर इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है, हालांकि एनकाउंटर खत्म हो चुका है.
रविवार सुबह साढ़े पांज बजे आर्मी बटालियन के मुख्यालय पर आतंकियों ने हमला किया...
पीएम मोदी ने उरी हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया है और कहा है- मैं राष्ट्र को विश्वास दिलाता हूं कि इस कुत्सित हमले के पीछे जो भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि उरी में शहीद हुए जवानों को हम नमन करते हैं. राष्ट्र उनकी कुर्बानी सदैव याद रखेगा. मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारों के साथ हैं.
उस वक्त तंबू में सोए हुए थे जवान...
जिस वक्त यह हमला किया गया है, उस वक्त सुरक्षा का स्तर थोड़ा नीचे होता है, क्योंकि गार्ड बदलने का समय होने वाला होता है. माना जा रहा है कि आतंकवादी तार काट कर हेडक्वॉर्टर में घुसने में कामयाब हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई. आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई.
राजनाथ सिंह के घर आपात बैठक...
इधर कश्मीर में बढ़ते फ़िदायीन हमले और घुसपैठ में हुए इज़ाफ़े को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलायी. गृह मंत्री ने अपना रूस और अमेरिका का दौरा रद्द कर दिया है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''पाकिस्तान आतंकी देश है और उसे अलग-थलग किया जाना चाहिए. इसके साथ ही जोड़ा कि आतंकी उच्च प्रशिक्षित, भारी हथियारों और विशेष उपकरणों से लैस थे.''
इस संबंध में एक सीनियर अफ़सर ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि जानकारी यह भी है कि पाकिस्तान अपनी तरफ़ से कोशिश कर रहा है कि कश्मीर का मसला लगातार हेडलाइन में बना रहे. यूनाइटेड नेशन असेंबली में वह इस मुद्दे को बढ़- चढ़कर उठाना चाहता है. "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ 21 सितंबर को UN में बोलेंगे, तब तक इसी तरह हमले होते रहेंगे,"
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बयान में कहा कि ऐसा लगता है कि ये हमला ''क्षेत्र में युद्ध जैसे हालात उत्पन्न करने'' के लिए किया गया है.
उल्लेखनीय है कि आठ जुलाई को आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से भड़की हिंसा में कश्मीर में 80 से भी अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हिंसक झड़पों में 10 हजार नागरिक और सैन्य बल के सदस्य घायल हुए हैं.
इससे पहले जनवरी में पठानकोट एयरबेस में उच्च सुरक्षा वाले पठानकोट एयरबेस में छह आतंकियों ने हमला कर दिया था और उसमें भी सात जवान शहीद हो गए थे.
(न्यूज एजेंसी भाषा और आईएएनएस से भी इनपुट)
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