
जाकिर नाईक की फाइल फोटो
मुंबई:
विवादों में घिरे इस्लामी उपदेशक जाकिर नाईक को विदेशों से करीब 60 करोड़ रुपये की रकम मिली थी, जिसे बाद में उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में हस्तांतरित कर दिया गया था. मुंबई पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी और साथ ही यह भी बताया कि नाईक ने चार 'शेल' कंपनियां भी शुरू कीं, जिनके निदेशक उसके परिवार के सदस्य हैं.
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, वे कंपनियां शुरू करने के पीछे के मकसद की जांच कर रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि विदेशी फंड मिलने संबंधी मामले की जांच विदेशी अंशदान (विनियमन अधिनियम) के तहत की जाएगी. हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि 60 करोड़ रुपये नाईक के खाते में कब जमा कराए गए और शेल कंपनियों की स्थापना कब की गई.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, वे कंपनियां शुरू करने के पीछे के मकसद की जांच कर रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि विदेशी फंड मिलने संबंधी मामले की जांच विदेशी अंशदान (विनियमन अधिनियम) के तहत की जाएगी. हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि 60 करोड़ रुपये नाईक के खाते में कब जमा कराए गए और शेल कंपनियों की स्थापना कब की गई.
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