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This Article is From Oct 15, 2018

यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन

कांग्रेस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बोलना चाहिए. 

यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन
युवा कांग्रेस का प्रदर्शन वहीं सुबह अपने मंत्रालय पहुंचे एमजे अकबर
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग को लेकर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया है. दिल्ली पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया है. इससे पहले आज सुबह केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर साउथ ब्लॉक स्थित अपने मंत्रालय पहुंचे. रविवार को विदेश यात्रा से वापस आए एमजे अकबर ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि ये सारे आरोप आधारहीन हैं और अफवाह सुनकर लगाए गए हैं उन्होंने कहा कि इन आरोपों से उनकी छवि को धक्का पहुंचा है और वह इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.  उन्होंने साथ ही कहा कि यह एक ‘‘एजेंडे’’ का हिस्सा है क्योंकि ये आरोप आम चुनाव से कुछ महीने पहले लगाये गये हैं. अफ्रीका की यात्रा से लौटने के कुछ ही घंटों बाद विदेश राज्य मंत्री ने अपने इस्तीफे की मांग को एक तरह से खारिज करते हुए बयान जारी किया और इन आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि बिना किसी सबूत के लगाये गये ये आरोप कुछ वर्गों के बीच एक ‘‘वायरल फीवर’’ बन गया है. आरोपों के समय पर सवाल उठाते हुए अकबर ने कहा कि 2019 में होने वाले आम चुनावों से कुछ महीने पहले ‘मी टू’ तूफान क्यों उठा है? उन्होंने कहा,‘‘आम चुनाव से पहले यह तूफान क्यों उठा है? क्या कोई एजेंडा है? आप ही फैसला करें.’’ उन्होंने कहा,‘‘ मेरे खिलाफ लगाए गये दुर्व्यवहार के आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं. इन झूठे और बेबुनियाद आरोपों से मेरी छवि को अपूर्णीय क्षति पहुंची है. मैं इन आरोपों पर जल्द जवाब नहीं दे सका क्योंकि मैं विदेश की आधिकारिक यात्रा पर था.’’ भाजपा के राज्यसभा सांसद ने कहा,‘‘जो भी मामला हो, अब मैं लौट आया हूं, मेरे वकील इन मनगढंत और आधारहीन आरोपों पर गौर करेंगे और कानूनी कार्रवाई के बारे में फैसला लेंगे.’

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उनके बयान से पहले कांग्रेस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बोलना चाहिए.  कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए. सवाल केवल सरकार के नैतिक अधिकार का नहीं बल्कि प्रधानमंत्री की खुद की और उनके पद की गरिमा का भी सवाल है.’

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वहीं केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को कहा कि अगर केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर के खिलाफ लगे यौन दुराचार के आरोप सच साबित होते हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। एक संवाददाता सम्मेलन में सवालों के जवाब में उन्होंने यह भी चेताया कि ‘मी टू’ अभियान को निराधार आरोप लगाने का मंच न बना लिया जाए। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अठावले ने कहा कि अगर अकबर दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें केंद्रीय मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे देना चाहिए.
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इनपुट : भाषा


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