मुंबई:
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिरडी शहर में बाबासाहेब अंबेडकर पर आधारित एक गाने की रिंगटोन रखने पर एक 21 वर्षीय दलित युवक की आठ युवकों ने कथित तौर पर हत्या कर दी। आठ आरोपियों में से चार को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने यह जानकारी दी है।
शिरडी थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दो हमलावरों को गोवा से, एक को पुणे से जबकि चौथे को शिरडी से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विशाल कोटे, रूपेश वाडेकर, एस वाडेकर और सुनील जाधव के तौर पर हुई है। मामले में शामिल चार अन्य आरोपी अभी फरार हैं।
अधिकारी ने बताया कि 16 मई को करीब दो बजे नर्सिंग का छात्र सागर शेजवाल अपने दो चचेरे भाइयों के साथ एक शराब की दुकान पर बैठा हुआ था, तभी उसके फोन पर एक फोन आया। वह शिरडी में एक शादी में शामिल होने आया था।
अधिकारी ने बताया कि फोन की जो रिंगटोन बजी वो अंबेडकर द्वारा दलितों के लिए किए गए कार्यों की तारीफ करती है। यह सुनकर वहां बैठे आठ युवक भड़क गए और उससे इसे बंद करने को कहा।
उन्होंने बताया कि इसके बाद दोनों पक्षों में बहस होने लगी और हमलावरों ने सागर को शराब की बोतल से मारा और फिर लातों और घूसों से पीटने लगे। फिर वे उसे घसीट कर बाहर लेकर गए, उसे मोटरसाइकिल पर रखा और उसे पास के जंगल में ले गए।
पुलिस ने बताया कि उसका शव शिंगवे गांव के करीब 16 मई की शाम को ही मिला गया था। उसके शव पर दो पहिया वाहन और पत्थर से कुचलने के निशान हैं।
हमलावर प्रभावी मराठा और ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने अपनी बाइक कथित तौर पर कई बार सागर पर चढ़ाई और उसके शव को विकृत कर दिया।
शिरडी थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दो हमलावरों को गोवा से, एक को पुणे से जबकि चौथे को शिरडी से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विशाल कोटे, रूपेश वाडेकर, एस वाडेकर और सुनील जाधव के तौर पर हुई है। मामले में शामिल चार अन्य आरोपी अभी फरार हैं।
अधिकारी ने बताया कि 16 मई को करीब दो बजे नर्सिंग का छात्र सागर शेजवाल अपने दो चचेरे भाइयों के साथ एक शराब की दुकान पर बैठा हुआ था, तभी उसके फोन पर एक फोन आया। वह शिरडी में एक शादी में शामिल होने आया था।
अधिकारी ने बताया कि फोन की जो रिंगटोन बजी वो अंबेडकर द्वारा दलितों के लिए किए गए कार्यों की तारीफ करती है। यह सुनकर वहां बैठे आठ युवक भड़क गए और उससे इसे बंद करने को कहा।
उन्होंने बताया कि इसके बाद दोनों पक्षों में बहस होने लगी और हमलावरों ने सागर को शराब की बोतल से मारा और फिर लातों और घूसों से पीटने लगे। फिर वे उसे घसीट कर बाहर लेकर गए, उसे मोटरसाइकिल पर रखा और उसे पास के जंगल में ले गए।
पुलिस ने बताया कि उसका शव शिंगवे गांव के करीब 16 मई की शाम को ही मिला गया था। उसके शव पर दो पहिया वाहन और पत्थर से कुचलने के निशान हैं।
हमलावर प्रभावी मराठा और ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने अपनी बाइक कथित तौर पर कई बार सागर पर चढ़ाई और उसके शव को विकृत कर दिया।
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