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पाकिस्तान में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख के साथ मुलाकात के लिए आलोचना झेल रहे जेकेएलएफ नेता यासीन मलिक शनिवार को भारत वापस आ गए। वहीं, हवाईअड्डे पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
इस्लामाबाद से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) से आने वाले मलिक से संवाददाताओं ने 2008 मुंबई हमला मामले में भारत में वांछित सईद के साथ मंच साझा करने को लेकर कई तरह के सवाल पूछे।
अलगाववादी नेता ने कहा कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के विरोध में पिछले महीने इस्लामाबाद में बुलाई गई रैली में उन्होंने 26/11 हमले के साजिशकर्ता सईद को आमंत्रित नहीं किया था।
मलिक ने कहा, ‘‘मैंने क्या गुनाह किया है। न तो मैंने उसे आमंत्रित किया था न ही मैंने विरोध रैली का आयोजन किया था। मैं भी तो केवल आमंत्रित लोगों में था।’’ जेकेएलएफ नेता ने कहा कि उनका पासपोर्ट लेने के लिए सरकार स्वतंत्र है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अचंभित हूं क्यों मुझे निशाना बनाया जा रहा है। 2006 में मेरी मुलाकात सईद से हुई थी।’’ जब वह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे, उसी समय शिवसैनिक कार्यकर्ताओं का एक समूह ने उन तक जाने की कोशिश की लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें हटा दिया।
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