
नगर की एक अदालत ने झारखंड राज्य बिजली बोर्ड (जेएसईबी) के एक अधिकारी पर कथित रूप से हमला करने के मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा और 54 अन्य लोगों को तब न्यायिक हिरासत में भेज दिया जब उन्होंने मामले में जमानत लेने से इनकार कर दिया।
जब सिन्हा और अन्य लोगों ने जमानत लेने से इनकार कर दिया तो न्यायिक मजिस्ट्रेट आरबी पाल ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जेएसईबी की हजारी बाग शाखा के महाप्रबंधक धनेश झा ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि बिजली संकट के खिलाफ भाजपा के एक प्रदर्शन के दौरान सिन्हा और अन्य ने उन्हें बांध दिया था। इस प्राथमिकी के बाद सिन्हा और अन्य को गिरफ्तार किया गया।
सिन्हा ने सोमवार को मीडिया के समक्ष स्वीकार किया था कि उन्होंने पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं को ‘निर्देश’ दिया था कि वे झा को रस्सी से बांध दें।
सिन्हा ने पत्रकारों से कहा था, हां, मैंने उन्हें (महिला कार्यकर्ताओं को) महाप्रबंधक के हाथ बांधने के लिए कहा था, क्योंकि बिजली नहीं मिलने पर महिलाओं को ही सबसे ज्यादा परेशानी होती है। उनके बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है। पुलिस उपाधीक्षक ने झा को महिलाओं से बचाया था। झा ने कहा था कि यह घटना ‘अपमानजनक’ थी।
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