सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मार्कन्डेय काटजू आमतौर पर चर्चा और विवादों में बने रहते हैं, और हाल ही में उर्दू शायरी को हिन्दी से बेहतर बताने वाले अपने ट्वीट में कवि और राजनेता कुमार विश्वास को टैग करने पर उन्होंने नाराज़गी भी जताई थी. यही नहीं, इस ट्वीट के लिए सोशल मीडिया पर जस्टिस काटजू को बहुत-से लोगों ने कोसा और उनका मज़ाक उड़ाया. हालांकि इन सबके बावजूद मार्कंडेय काटजू सोशल मीडिया पर मुखर रहते हैं. फेसबुक से लेकर ट्विटर तक वह विभिन्न मुद्दों पर मुखर होकर विचार बयां करते हैं.
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chacha katju, ek baar Ram Charit Manas padh liye hote, to yu apni buddhimatta ka parichay deke up-haas ke paatr na bante....beeso faiz, galib mil jaayein to bhi avadhi me likhi hui is maha-kaavy ke saamne khadi nahi ho sakte....magar aapke chakshu pe urdu ka ainak chadha hua hai. https://t.co/g1fogctpWX
— Manas Tandon (@ermanastandon1) April 24, 2019
एक शख्स ने जस्टिस मार्कन्डेय काटजू को हिन्दी का बेहतर ज्ञान हासिल करने के लिए रामचरितमानस पढ़ने की सलाह दी, तो उन्होंने भी दिलचस्प जवाब दिया. मानस टंडन नामक इस शख्स ने कहा, "चाचा काटजू, एक बार रामचरितमानस पढ़ लिए होते, तो यूं अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देकर उपहास का पात्र न बनते... बीसों फ़ैज़, ग़ालिब मिल जाएं, तो भी अवधी में लिखे हुए इस महाकाव्य के सामने खड़े नहीं हो सकते... मगर आपके चक्षु पर उर्दू का ऐनक चढ़ा हुआ है..."
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:Bhateeje, main Ramcharitmanas padh raha hun jab se tum paida bhi nahi hue. Tum par ye upyukt hai : Moorakh hriday na chet
— Markandey Katju (@mkatju) April 24, 2019
इस कमेंट पर जस्टिस मार्कन्डेय काटजू भी शांत नहीं रह पाए, और जवाब में लिखा, "भतीजे, मैं रामचरितमानस पढ़ रहा हूं, जब से तुम पैदा भी नहीं हुए थे... तुम पर यह उपयुक्त है - मूरख हृदय न चेत..."
chacha, sahi me padhe hote to hindi ko kam na aanke hote...aur aapko pata hota ki jo aapne upar likha hai, usey chhand kehte hain....ganeemat hai, aapne upar likhi pankti ko sher nahi keh diya....aapke mu se to sirf sher nikalte hain...
— Manas Tandon (@ermanastandon1) April 24, 2019
इसके बाद भी मानस टंडन नामक इस शख्स को तसल्ली नहीं हुई, और उसने फिर लिखा डाला, "चाचा, सही में पढ़े होते, तो हिन्दी को कम न आंके होते... और आपको पता होता कि जो आपने ऊपर लिखा है, उसे छंद कहते हैं... गनीमत है, आपने ऊपर लिखी पंक्ति को शेर नहीं कह दिया... आपके मुंह से तो सिर्फ शेर निकलते हैं..."
: Tumko Brahma jaise guru bhi mil jaayen to bhi aql nahi aayegi. Moorakh hriday na chet, jo milen guru biranch sam. Hari Om
— Markandey Katju (@mkatju) April 24, 2019
इसके बाद जस्टिस मार्कन्डेय काटजू ने भी फिर जवाब दिया, "तुम्हें ब्रह्मा जैसे गुरु भी मिल जाएं, तो भी अक्ल नहीं आएगी... मूरख हृदय न चेत, जो मिलें गुरु बिरंच सम... हरि ओम..."
वीडियो- पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू पर अदालत की तौहीन का मामला
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