नई दिल्ली:
कांग्रेस से अलग नजरिया अपनाते हुए केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने व्हार्टन द्वारा नरेन्द्र मोदी के संबोधन को रद्द किए जाने पर अस्वीकृति जाहिर करते हुए कहा कि संस्थान को गुजरात के मुख्यमंत्री को आमंत्रित किए जाने के बाद उन्हें सुनना चाहिए था।
कांग्रेसी नेताओं द्वारा मामले को लेकर अलग नजरिया अपनाने की ओर ध्यान दिलाने पर थरूर ने संभलकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अपनी पार्टी या सरकार की ओर से ऐसा नहीं कह रहे हैं, बल्कि अपना ‘व्यक्तिगत नजरिया’ जाहिर कर रहे हैं।
थरूर ने कहा, मैं मोदी से हर स्तर पर पूरी तरह असहमति रखता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि उनका निमंत्रण रद्द कर उनकी आवाज को दबाने से ज्यादा बेहतर है कि उनके रिकॉर्ड और विचारों पर बहस की जाए। उन्होंने एक बार जब मोदी को आमंत्रित किया तो मोदी के विचारों को सुनना उनका कर्तव्य था।
कांग्रेसी नेताओं द्वारा मामले को लेकर अलग नजरिया अपनाने की ओर ध्यान दिलाने पर थरूर ने संभलकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अपनी पार्टी या सरकार की ओर से ऐसा नहीं कह रहे हैं, बल्कि अपना ‘व्यक्तिगत नजरिया’ जाहिर कर रहे हैं।
थरूर ने कहा, मैं मोदी से हर स्तर पर पूरी तरह असहमति रखता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि उनका निमंत्रण रद्द कर उनकी आवाज को दबाने से ज्यादा बेहतर है कि उनके रिकॉर्ड और विचारों पर बहस की जाए। उन्होंने एक बार जब मोदी को आमंत्रित किया तो मोदी के विचारों को सुनना उनका कर्तव्य था।
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