ममता बनर्जी ने संसद परिसर में की शरद पवार से मुलाकात
नई दिल्ली:
ममता बनर्जी 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गैर-कांग्रेसी, गैर-बीजेपी मोर्चा बनाने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. मंगलवार को उन्होंने कई नेताओं से ताबड़तोड़ मुलाकात की. एनडीए नीत केन्द्र सरकार पर करारा प्रहार करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी और बैंक घोटाले जैसे मुद्दों ने जमीनी स्तर पर जनता को प्रभावित किया है और भाजपा के लिए ‘बोरिया बिस्तर बांधकर निकलने का’ वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दलों को भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए एकसाथ मिलकर मेहनत करनी चाहिए. कर्नाटक विधानसभा चुनावों की लीक चुनावी तारीखों पर प्रतिक्रिया देते हुए ममता ने कहा कि सभी संस्थाएं भाजपा की संस्थाएं बन गई हैं क्योंकि भाजपा कई एजेंसियों का ‘प्रयोग और दुरुपयोग’ कर रही है. भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मंगलवार को चुनाव आयोग द्वारा कर्नाटक विधानसभा चुनावों की तारीखें घोषित करने से पहले ही इन चुनावों की तारीखें ट्वीट कर दीं. इसके बाद आयोग ने इस लीक को ‘बहुत गंभीर मुद्दा’ करार देते हुए इस मामले में जांच और कड़ी कार्रवाई की जरूरत की बात कही.
तृणमूल प्रमुख ममता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सभी विपक्षी दल एकसाथ मिलकर मेहनत करें. हमें भाजपा से लड़ने के लिए राज्य की सबसे मजबूत विपक्षी पार्टी की मदद करनी चाहिए. यह एक लड़ाई होनी चाहिए.’’ राष्ट्रीय राजधानी आईं ममता ने राकांपा प्रमुख शरद पवार तथा तेदेपा, टीआरएस तथा शिवसेना के नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा, ‘‘जनता भाजपा के खिलाफ है. मैंने कई राज्यों की यात्रा की. मैं जनता का मूड जानती हूं. नोटबंदी, जीएसटी, बैंक धेाखाधड़ी जैसे मुद्दों ने जमीनीस्तर पर जनता को प्रभावित किया है. भाजपा के लिए बोरिया बिस्तर बांधकर निकल लेने का वक्त आ गया है.’’ ममता बुधवार को भाजपा के असंतुष्ट नेताओं शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण शौरी से मिलेंगी.
ममता बनर्जी मंगलवार को संसद पहुंचीं, जहां उन्होंने शिवसेना के सांसद संजय राउत व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सांसद के.कविता से भी मुलाकात की. कविता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी हैं. यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब विपक्षी पार्टियां और साथ ही सरकार की पूर्व सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए एकजुट हुई हैं. हालांकि, इस मुलाकात का विवरण साझा नहीं किया गया.
आसान नहीं है तीसरे मोर्चे का गठन, क्या सोनिया गांधी बना पाएंगी बीजेपी के सामने मजबूत मोर्चा, 15 बड़ी बातें
नेताओं से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि जब राजनीति से जुड़े लोग मिलेंगे तो जाहिर सी बात है राजनीति की ही बात करेंगे, इसमें छिपाने जैसा कुछ नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होंगे. ममता बनर्जी ने शरद पवार से संसद परिसर में मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद शरद पवार ने एनडीटीवी से कहा कि विपक्षी पार्टियों की कोई बैठक नहीं हुई है और ममता बनर्जी से अनौपचारिक मुलाक़ात हुई है. वहीं इस मुलाकात से पहले शरद पवार ने कहा था कि उनकी ममता बनर्जी के साथ ना तो कुई मीटिंग है और ना ही डिनर की योजना है.
तणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी चार दिन के दौर पर दिल्ली में हैं. इस दौरान ममता तीसरे मोर्चे के निर्माण की संभावनाओं पर चर्चा करेंगी. फेडरल फ्रंट के अगुवा शरद ने बैठक बुलाई है. ममता टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से और अरविंद केजरीवाल से भी मिलेंगी. यूपी में सपा-बसपा गठबंधन के बाद तीसरे मोर्चे की कवायद एक बार फिर तेज़ हो गईं हैं.
तीसरे मोर्चे के पीछे क्या है गणित, पीएम मोदी या राहुल गांधी में से किसे हो सकता है ज्यादा नुकसान
गौरतलब है कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार की आलोचक ममता ने हाल में 2019 लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी को हराने के लिए बीजेपी रोधी बलों की एकजुटता का आह्वान किया था. यह पूछे जाने पर कि क्या वह यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी से मिलेंगी, ममता ने कहा, ‘‘ वह अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें ठीक होने दीजिए। मैं उन्हें परेशान नहीं करना चाहतीं.’’
VIDEO: NDTV से बोले शरद पवार- विपक्षी पार्टियों की कोई बैठक नहीं
वहीं बीएपी अध्यक्ष मायावती ने देशभर के गैर-बीजेपी दलों से बीजेपी के खिलाफ गठजोड़ करने की अपील की है. सोमवार को मायावती ने 2019 चुनाव तैयारियों के लिए मीटिंग की. उन्होंने कहा कि बीजेपी की बयानबाज़ी पर ध्यान दिये बिना सपा-बसपा गठबंधन को मज़बूत करने का काम करें.
तृणमूल प्रमुख ममता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सभी विपक्षी दल एकसाथ मिलकर मेहनत करें. हमें भाजपा से लड़ने के लिए राज्य की सबसे मजबूत विपक्षी पार्टी की मदद करनी चाहिए. यह एक लड़ाई होनी चाहिए.’’ राष्ट्रीय राजधानी आईं ममता ने राकांपा प्रमुख शरद पवार तथा तेदेपा, टीआरएस तथा शिवसेना के नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा, ‘‘जनता भाजपा के खिलाफ है. मैंने कई राज्यों की यात्रा की. मैं जनता का मूड जानती हूं. नोटबंदी, जीएसटी, बैंक धेाखाधड़ी जैसे मुद्दों ने जमीनीस्तर पर जनता को प्रभावित किया है. भाजपा के लिए बोरिया बिस्तर बांधकर निकल लेने का वक्त आ गया है.’’ ममता बुधवार को भाजपा के असंतुष्ट नेताओं शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण शौरी से मिलेंगी.
ममता बनर्जी मंगलवार को संसद पहुंचीं, जहां उन्होंने शिवसेना के सांसद संजय राउत व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सांसद के.कविता से भी मुलाकात की. कविता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी हैं. यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब विपक्षी पार्टियां और साथ ही सरकार की पूर्व सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए एकजुट हुई हैं. हालांकि, इस मुलाकात का विवरण साझा नहीं किया गया.
आसान नहीं है तीसरे मोर्चे का गठन, क्या सोनिया गांधी बना पाएंगी बीजेपी के सामने मजबूत मोर्चा, 15 बड़ी बातें
नेताओं से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि जब राजनीति से जुड़े लोग मिलेंगे तो जाहिर सी बात है राजनीति की ही बात करेंगे, इसमें छिपाने जैसा कुछ नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होंगे. ममता बनर्जी ने शरद पवार से संसद परिसर में मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद शरद पवार ने एनडीटीवी से कहा कि विपक्षी पार्टियों की कोई बैठक नहीं हुई है और ममता बनर्जी से अनौपचारिक मुलाक़ात हुई है. वहीं इस मुलाकात से पहले शरद पवार ने कहा था कि उनकी ममता बनर्जी के साथ ना तो कुई मीटिंग है और ना ही डिनर की योजना है.
तणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी चार दिन के दौर पर दिल्ली में हैं. इस दौरान ममता तीसरे मोर्चे के निर्माण की संभावनाओं पर चर्चा करेंगी. फेडरल फ्रंट के अगुवा शरद ने बैठक बुलाई है. ममता टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से और अरविंद केजरीवाल से भी मिलेंगी. यूपी में सपा-बसपा गठबंधन के बाद तीसरे मोर्चे की कवायद एक बार फिर तेज़ हो गईं हैं.
तीसरे मोर्चे के पीछे क्या है गणित, पीएम मोदी या राहुल गांधी में से किसे हो सकता है ज्यादा नुकसान
गौरतलब है कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार की आलोचक ममता ने हाल में 2019 लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी को हराने के लिए बीजेपी रोधी बलों की एकजुटता का आह्वान किया था. यह पूछे जाने पर कि क्या वह यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी से मिलेंगी, ममता ने कहा, ‘‘ वह अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें ठीक होने दीजिए। मैं उन्हें परेशान नहीं करना चाहतीं.’’
VIDEO: NDTV से बोले शरद पवार- विपक्षी पार्टियों की कोई बैठक नहीं
वहीं बीएपी अध्यक्ष मायावती ने देशभर के गैर-बीजेपी दलों से बीजेपी के खिलाफ गठजोड़ करने की अपील की है. सोमवार को मायावती ने 2019 चुनाव तैयारियों के लिए मीटिंग की. उन्होंने कहा कि बीजेपी की बयानबाज़ी पर ध्यान दिये बिना सपा-बसपा गठबंधन को मज़बूत करने का काम करें.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं