बीरभूम हिंसा में मृतकों के शवों के पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच से कई बातें पता चली हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई से एक अधिकारी ने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों ने जले हुए शवों का परीक्षण किया. इसके बाद प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार, पीड़ितों को पहले बुरी तरह पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया. घटना के संबंध में अब तक कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, ‘‘यह हमारी सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा, वाम दलों और कांग्रेस की कोशिश है. बीरभूम की घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से संबंध रखते हों. ''
ममता ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को बोगतुई गांव का दौरा करेंगी, जहां एक ग्राम पंचायत उप प्रधान की हत्या के शीघ्र बाद कुछ मकानों में आग लगा दी गई थी. ममता बनर्जी बोगतुई जाने से पहले पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बाद में वह घायल लोगों से मिलने रामपुरहाट अस्पताल भी जा सकती हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने थाना प्रभारी, उपसंभागीय पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया है। पुलिस महानिदेशक कल से ही जिले में हैं. '' बता दें कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने घटनास्थल का दौरा करने के लिए मंगलवार को पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था, जिसमें चार सांसद शामिल हैं.
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