कोलकाता:
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण की अधिसूचना बृहस्पतिवार को जारी होगी। इस चरण में वाम मोर्चा के गढ़ सिंगूर और नंदीग्राम सहित कुछ अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में बयार बदली हुई नजर आ रही है। निर्वाचन आयोग हावड़ा, हुगली, पूर्वी मिदनापुर और बर्दवान जिलों में 63 विधानसभा सीटों पर तीन मई को होने वाले मतदान के लिए अधिसूचना जारी करेगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 14 अप्रैल है। नामांकन पत्रों की जांच 16 अप्रैल को होगी और नाम वापस लेने की तारीख 18 अप्रैल है। हुगली जिले में 18 विधानसभा सीटें हैं जो पिछले तीन दशकों से वाम मोर्चे का गढ़ रहा है। वर्ष 2006 में वाम मोर्चे ने अधिकतर सीटों पर कामायाबी हासिल की थी लेकिन वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की बनी पैठ के चलते राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के वर्ष 2006 और 2008 के दौरान जिले के सिंगूर इलाके में वाहन निर्मात कम्पनी 'टाटा मोटर्स' के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे जमीन अधिग्रहण का विरोध करने पर हिंसा भड़क उठी थी। विपक्ष के विरोध के कारण 'टाटा मोटर्स' को अपने संयंत्र को गुजरात ले जाना पड़ा था। सिंगूर इलाके में राजनीतिक प्रदर्शनों के कारण वाम मोर्चा की पकड़ कमजोर पड़ी है जबकि तृणमूल कांग्रेस इसके साथ और मजबूत हुई है। पूर्वी मिदनापुर जिले में 16 विधानसभा सीटें भी पिछले तीन दशकों से वाम मोर्चे के प्रभाव में रही हैं लेकिन नंदीग्राम में एक रासायनिक कारखाने को लगाने के लिए सरकार की तरफ से हरी झंडी दिए जाने का तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में किसानों ने विरोध किया। किसानों के विरोध-प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 14 लोगों की मौत हो गई थी। वर्ष 2008 में पूर्वी मिदनापुर जिले में ग्रामीण निकाय चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को भारी कामयाबी मिली थी। इसके साथ ही विपक्ष ने वर्ष 2009 में लोकसभा चुनाव में भी सफलता हासिल की थी। हावड़ा जिले में 16 विधानसभा सीटें हैं जिन पर पिछले तीन दशकों से वाम मोर्चे का कब्जा रहा है लेकिन वर्ष 2009 के लोकसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके अलावा चौथे चरण में बर्दवान के 25 विधानसभा सीटों में से 13 पर मतदान होंगे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
बंगाल चुनाव, अधिसूचना