Click to Expand & Play
खास बातें
- देश में पहली बार इतनी बड़ी घटना के बाद भी घटनास्थल पर न जाने पर सफाई देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि सारे फ़ैसले मेरे स्तर पर हुए। इस पूरी घटना पर जो कुछ भी हो सकता था वह सब किया गया। इलाज पूरा होने तक सारे बीमार बच्चे सरकार की देखरेख में रहेंगे।
पटना: बिहार के छपरा में मिड-डे मील हादसे में करीब दो दर्जन बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए और बोले कि यह एक दिल दहला देने वाली घटना है। देर से इस घटना पर मीडिया के सामने आने पर उनका कहना था कि वह शारीरिक रूप से लाचार थे। इससे पहले भी सरकार की ओर से मंत्रियों ने कहा था नीतीश कुमार के पैर में फ्रैक्चर के कारण प्लास्टर चढ़ा था।
देश में पहली बार इतनी बड़ी घटना के बाद भी घटनास्थल पर न जाने पर सफाई देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि सारे फ़ैसले मेरे स्तर पर हुए। इस पूरी घटना पर जो कुछ भी हो सकता था वह सब किया गया। इलाज पूरा होने तक सारे बीमार बच्चे सरकार की देखरेख में रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह के हादसे सिर्फ संयोग या लापरवाही से नहीं होते।
इस प्रकार की योजना में तमाम खामिया होने की बात कह नीतीश कुमार ने कहा कि ’योजना को और बेहतर बनाए जाने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना पर दोषारोपण नहीं होना चाहिए।
नीतीश कुमार ने कहा कि घटना के बाद जांच के रास्ते में बाधा खड़ी की गई। साथ ही हादसे के शिकार गांव के विकास भी बात नीतीश कुमार ने की। उन्होंने कहा कि इस गांव में एक नया हाईस्कूल खोला जाएगा। उनका यह भी कहना था कि गांव में हर व्यक्ति को सरकार की ओर जारी सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा।
(इनपुट एनडीटीवी इंडिया से भी)