नीतीश कुमार की फाइल फोटो
पटना:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार यात्रा को लेकर जहां एक ओर जोर शोर से तैयारी हो रही है वहीं इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गयी है। सोमवार को एक कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने लहजे में कहा कि 15 महीने के बाद बिहार की यात्रा वो भी ऐन चुनाव के मौके पर करने के लिए हम प्रधानमंत्री के कृतज्ञ हैं।
लेकिन नीतीश ने प्रधानमंत्री के दौरे पर जिन-जिन भवनों और परियोजनाओं को बिहार के लिए तोहफा बताया जा रहा है, उसके बारे में कहा कि जिसे तोहफे के रूप में पेश किया जा रहा है वो पूर्व की मनमोहन सिंह सरकार द्वारा दिया गया था।
इस संबंध में नीतीश ने कहा, 'चाहे पटना में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के भवन हो या गैस पाइप लाइन सब पूर्व की सरकार के दौरान मंजूर किया गया। नीतीश ने सवाल किया, 'हम इंतजार कर रहे हैं वो पैकेज देंगे या पहले के काम को पैकेजिंग करेंगे।' लेकिन नीतीश ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के पहले बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, विशेष आर्थिक पैकेज और विशेष ध्यान देने का वादा किया था उसका क्या हुआ। नीतीश ने कहा कि वो इंतज़ार कर रहे हैं मुजफ्फरपुर की रैली का जहां पार्टी के कार्यक्रम में बिहार को तोहफे की घोषणा की जाएगी और नीतीश ने पूछा कि क्या केंद्र द्वारा दी जाने वाली मदद की घोषणा किसी राजनीतिक कार्यक्रम में की जाती है।
बिहार के चुनाव में नीतीश ने साफ़ किया कि जमीन अधिग्रहण को एक प्रमुख मुद्दा बनाया जायेगा और साफ़ किया कि जब तक 2013 के बिल में किसानों की सहमति के क्लॉज़ को जोड़ा नहीं जाता तब तक उनका और उनकी पार्टी का विरोध जारी रहेगा।
नीतीश ने भारतीय जनता पार्टी पर बिहार चुनावों के मद्देनजर जाति आधारित ऐसी राजनीति करने का भी आरोप लगाया जो बिहार में पहले कभी नहीं देखी गई। उन्होंने पूछा कि ये दिन आ गया कि सम्राट अशोक की भी जाति की घोषणा की जा रही है और जयंती मनाई जा रही है।
नीतीश ने अपने ऊपर वरिष्ठ नेताओं की बीजेपी द्वारा उपेक्षा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को कैसे ब्रेन डेड घोषित कर उनके साथ बर्ताव कर रही है। साथ ही बिहारी बाबू का क्या हाल कर दिया है वो सब जानते हैं, जिन्हें पार्टी के हर पोस्टर से गायब कर दिया गया।
हाल में बीजेपी द्वारा 160 रथों में नीतीश द्वारा लालू और लालू द्वारा नीतीश पर किये गए पहले के भाषण के अंशों को दिखाए जाने पर नीतीश ने लालू यादव को आश्वस्त किया कि आप चिंता मत कीजिये। बीजेपी नेता उनके बारे में और पासवान और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बारे में क्या-क्या बयान देते थे, उन सबका कैसेट भी तैयार है और उसे सही समय पर जनता के बीच चलाया जायेगा।
नीतीश ने भारतीय जनता पार्टी पर अपने पुराने वादों से मुकरने के बाद जुमला करार दिए जाने पर कहा कि फ़िलहाल पार्टी जो भी वादा कर रही है उससे जुमला समझ के लोगों को उसपर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए।
लेकिन नीतीश ने प्रधानमंत्री के दौरे पर जिन-जिन भवनों और परियोजनाओं को बिहार के लिए तोहफा बताया जा रहा है, उसके बारे में कहा कि जिसे तोहफे के रूप में पेश किया जा रहा है वो पूर्व की मनमोहन सिंह सरकार द्वारा दिया गया था।
इस संबंध में नीतीश ने कहा, 'चाहे पटना में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के भवन हो या गैस पाइप लाइन सब पूर्व की सरकार के दौरान मंजूर किया गया। नीतीश ने सवाल किया, 'हम इंतजार कर रहे हैं वो पैकेज देंगे या पहले के काम को पैकेजिंग करेंगे।' लेकिन नीतीश ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के पहले बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, विशेष आर्थिक पैकेज और विशेष ध्यान देने का वादा किया था उसका क्या हुआ। नीतीश ने कहा कि वो इंतज़ार कर रहे हैं मुजफ्फरपुर की रैली का जहां पार्टी के कार्यक्रम में बिहार को तोहफे की घोषणा की जाएगी और नीतीश ने पूछा कि क्या केंद्र द्वारा दी जाने वाली मदद की घोषणा किसी राजनीतिक कार्यक्रम में की जाती है।
बिहार के चुनाव में नीतीश ने साफ़ किया कि जमीन अधिग्रहण को एक प्रमुख मुद्दा बनाया जायेगा और साफ़ किया कि जब तक 2013 के बिल में किसानों की सहमति के क्लॉज़ को जोड़ा नहीं जाता तब तक उनका और उनकी पार्टी का विरोध जारी रहेगा।
नीतीश ने भारतीय जनता पार्टी पर बिहार चुनावों के मद्देनजर जाति आधारित ऐसी राजनीति करने का भी आरोप लगाया जो बिहार में पहले कभी नहीं देखी गई। उन्होंने पूछा कि ये दिन आ गया कि सम्राट अशोक की भी जाति की घोषणा की जा रही है और जयंती मनाई जा रही है।
नीतीश ने अपने ऊपर वरिष्ठ नेताओं की बीजेपी द्वारा उपेक्षा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को कैसे ब्रेन डेड घोषित कर उनके साथ बर्ताव कर रही है। साथ ही बिहारी बाबू का क्या हाल कर दिया है वो सब जानते हैं, जिन्हें पार्टी के हर पोस्टर से गायब कर दिया गया।
हाल में बीजेपी द्वारा 160 रथों में नीतीश द्वारा लालू और लालू द्वारा नीतीश पर किये गए पहले के भाषण के अंशों को दिखाए जाने पर नीतीश ने लालू यादव को आश्वस्त किया कि आप चिंता मत कीजिये। बीजेपी नेता उनके बारे में और पासवान और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बारे में क्या-क्या बयान देते थे, उन सबका कैसेट भी तैयार है और उसे सही समय पर जनता के बीच चलाया जायेगा।
नीतीश ने भारतीय जनता पार्टी पर अपने पुराने वादों से मुकरने के बाद जुमला करार दिए जाने पर कहा कि फ़िलहाल पार्टी जो भी वादा कर रही है उससे जुमला समझ के लोगों को उसपर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए।
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