पानी से भरे 10 वैगन लेकर लातूर को रवाना हुई 'वाटर ट्रेन' संगोला स्टेशन पर रुकी हुई है
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर के लोगों से अपील की है कि वे महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित लातूर शहर के लिए पानी बचाएं। अब तक का सबसे भयंकर सूखा झेल रहे मराठवाड़ा क्षेत्र में करीब पांच लाख की आबादी वाला लातूर जिला इन दिनों पानी की भारी किल्लत से जूझ रहा है।
सीएम केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, 'लातूर में गंभीर जल संकट है। हम सबको मदद करनी चाहिए। क्या दिल्लीवासी प्रतिदिन कुछ पानी बचाने और इसे लातूर के लोगों को भेजने के लिए तैयार हैं?'
वहीं पानी से भरे 10 वैगन लेकर रवाना हुई 'वाटर ट्रेन' अभी तक लातूर नहीं पहुंची है। यह ट्रेन लातूर से 300 किलोमीटर दूर स्थित मिरज से रवाना हुई है, लेकिन करीब डेढ़ घंटे के सफर के बाद यह सोलापुर जिले के संगोला स्टेशन पर रुकी हुई है। सूत्रों ने बताया कि जिस जगह पानी जमा करना है, वह अभी तैयार नहीं है।
दरअसल, पानी की इस जद्दोजहद के बीच सरकार यह भूल गई कि इसके लिए पानी के पाइपलाइन बिछाने का काम भी करना है। प्रशासन उम्मीद जता रहा है कि अगले तीन दिन में यह काम पूरा हो पाएगा और तब यह ट्रेन लातूर के लिए रवाना हो पाएगी। यह पानी रेलवे स्टेशन के पास बनी एक टंकी में रखा जाना है। वहां से पानी ट्रीटमेंट प्लांट भेजा जाएगा और फिर लोगों में वितरित किया जाएगा।
वहीं लातूर ने निकाय आयुक्त सुखाकर तेलंग ने कहते हैं, 'मुझे उम्मीद है कि यह आज रात यहां पहुंच जाएगा।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे समस्या का पूरा समाधान तो नहीं होना, लेकिन यह 8 से 10 दिनों तक तो मददगार साबित हो ही सकता है, जब तक की पाइप लाइन का काम भी पूरा हो जाएगा।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि 50 वैगन वाली दूसरी मालगाड़ी के 15 अप्रैल के आसपास पानी चढ़ाने के लिए तैयार रहने की संभावना है। उसने कहा, 'रेल मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक, कोटा वर्कशाप को 50-50 टैंक वैगन वाली दो मालगाड़ियां मिली हैं और इनके फेरे जरूरत के हिसाब से तय किए जाएंगे। इन वैगन की ढुलाई क्षमता प्रति वैगन 54,000 लीटर है।'
सीएम केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, 'लातूर में गंभीर जल संकट है। हम सबको मदद करनी चाहिए। क्या दिल्लीवासी प्रतिदिन कुछ पानी बचाने और इसे लातूर के लोगों को भेजने के लिए तैयार हैं?'
Severe water crisis in Latur. We all shud help. Are all Delhiites ready to save some water daily to send it for our people in Latur?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 11, 2016
वहीं पानी से भरे 10 वैगन लेकर रवाना हुई 'वाटर ट्रेन' अभी तक लातूर नहीं पहुंची है। यह ट्रेन लातूर से 300 किलोमीटर दूर स्थित मिरज से रवाना हुई है, लेकिन करीब डेढ़ घंटे के सफर के बाद यह सोलापुर जिले के संगोला स्टेशन पर रुकी हुई है। सूत्रों ने बताया कि जिस जगह पानी जमा करना है, वह अभी तैयार नहीं है।
दरअसल, पानी की इस जद्दोजहद के बीच सरकार यह भूल गई कि इसके लिए पानी के पाइपलाइन बिछाने का काम भी करना है। प्रशासन उम्मीद जता रहा है कि अगले तीन दिन में यह काम पूरा हो पाएगा और तब यह ट्रेन लातूर के लिए रवाना हो पाएगी। यह पानी रेलवे स्टेशन के पास बनी एक टंकी में रखा जाना है। वहां से पानी ट्रीटमेंट प्लांट भेजा जाएगा और फिर लोगों में वितरित किया जाएगा।
वहीं लातूर ने निकाय आयुक्त सुखाकर तेलंग ने कहते हैं, 'मुझे उम्मीद है कि यह आज रात यहां पहुंच जाएगा।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे समस्या का पूरा समाधान तो नहीं होना, लेकिन यह 8 से 10 दिनों तक तो मददगार साबित हो ही सकता है, जब तक की पाइप लाइन का काम भी पूरा हो जाएगा।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि 50 वैगन वाली दूसरी मालगाड़ी के 15 अप्रैल के आसपास पानी चढ़ाने के लिए तैयार रहने की संभावना है। उसने कहा, 'रेल मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक, कोटा वर्कशाप को 50-50 टैंक वैगन वाली दो मालगाड़ियां मिली हैं और इनके फेरे जरूरत के हिसाब से तय किए जाएंगे। इन वैगन की ढुलाई क्षमता प्रति वैगन 54,000 लीटर है।'
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