Shimla Water Crisis: शिमला में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं.दोगुने दामों पर पानी खरीदना पड़ रहा है.
नई दिल्ली:
देश के प्रमुख हिल स्टेशनों में शुमार शिमला में जल संकट खड़ा हो गया है.पहाड़ों की रानी शिमला पानी को तरस रही है.जल संकट इतना ज़्यादा है कि लोग माल रोड पर पानी के लिए लाइन लगा कर खड़े हैं.पानी की कमी की वजह से सड़कों पर लोगों का गुस्सा भी दिख रहा है.लोगों ने मुख्यमंत्री के घर प्रदर्शन किया.उनका आरोप है कि उनके हिस्से का पानी वीआइपी घरों और बड़े होटलों को दे दिया जा रहा है. स्थानीय निवासियों के साथ-साथ होटल संचालक खासे परेशान हैं.टूरिस्ट सीजन के चलते जहां एक तरफ शहर के तमाम होटल पैक हैं तो दूसरी तरफ होटलों में पानी की सप्लाई ठप है. स्थानीय निवासी और होटल संचालक पानी के लिए प्राइवेट वाटर टैंकर पर निर्भर हो गये हैं.
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बताया जा रहा है कि प्राइवेट ऑपरेटरों ने पानी के रेट दोगुने कर दिए हैं.4000 लीटर क्षमता वाले जिस टैंकर का रेट पहले 2500 रुपये था उसका 5000 रुपये तक वसूला जा रहा है. अगर टैंकर आ भी रहा है तो पानी के लिए मारामारी जैसी स्थिति पैदा हो जा रही है.होटल संचालकों की मानें तो पानी की किल्लत की वजह से जिन्होंने कमरे की एडवांस बुकिंग की थी वे अब कैंसिल कर रहे हैं. कई छोटे होटल और लॉज आदि बंद होने की कगार पर आ गये हैं.
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