बेंगलुरु सेंट्रल जेल (Bengaluru jail) में बंद AIADMK नेता शशिकला (VK Sasikala) को जेल के नियम तोड़ कर विषेष सुविधाएं दी जा रही थीं. सज़ायाफ्ता होने के बावजूद उन्हें अलग रसोइया दिया गया. यह बात आरटीआई के ज़रिये हासिल किए गए दस्तावेज़ों से पता चली है. पिछले ही साल डीआईजी जेल डी रूपा ने भी आरोप लगाए थे कि बड़े अधिकारियों की मिलीभगत और शह की वजह से शशिकला (Sasikala) को नियम ताक पर रखकर विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. डी रूपा ने तब अप्रत्यक्ष तौर पर डीजीपी सत्यनारायण राव पर दो करोड़ रुपये लेकर शशिकला को विशेष सुविधा देने की बात की थी.
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न्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि न सिर्फ शशिकला को अलग से किचन दिया गया था, बल्कि आम दिनों में पहनने वाले कपड़े भी पहनने की इजाज़त दी गई थी जो जेल नियमों के ख़िलाफ़ है. सरकार ने इसके बाद डीजीपी जेल सत्यनारायण राव और डीआईजी जेल डी रूपा का ये कहते हुए तबादला कर दिया था कि दोनों ने सर्विस रूल का उल्लंघन किया है. लेकिन अब सूचना के अधिकार के तहत मिले दस्तावेज़ों से साफ हो रहा है कि डी रूपा ने जो आरोप लगाए थे वो सही थे. बता दें कि आय से अधिक संपत्ति मामले में शशिकला बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद हैं.
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विनय कुमार जांच समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि शशिकला को एक की जगह पांच कमरे दिए गए है. उसे एक रसोइया भी दिया गया जो, किसी सज़ायाफ्ता को नहीं मिलता है. महीने में 2 बार की जगह शशिकला को कई बार लोगों से मिलने की इजाज़त दी गई. मुलाक़ात 45 मिनट से ज़्यादा नही होना चाहिए पर शशिकला ने 4 घंटे तक मुलाक़ात की. आरटीआई कार्यकर्ता नरसिम्हा मूर्ति ने कहा कि, 'हम चाहते हैं कि सरकार इस रिपोर्ट के मुताबिक़ दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करे.
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बता दें कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में 4 साल की सज़ा काट रही जयललिता की सहयोगी 15 फरवरी 2017 से बेंगलुरु सेंट्रल जेल में हैं. जून 2017 में जेल की डीआईजी डी रूपा ने आरोप लगाया था कि जेल के डीजीपी सत्यनारायन राव की शह पर शाशिकला को ख़ास सुविधाए दी जाती है. मामले ने इतना तूल पकड़ा था कि रूपा और सत्यनारायण राव दोनों को उनके पदों से हटा दिया गया था. तब के गृह मंत्री और मौजूदा उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर अब इस मामले से पलड़ा झाड़ते नज़र आ रहे हैं. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि आप इस बारे में गृहमंत्री से पूछे. मैं उनकी तरफ से जवाब नहीं दे सकता.
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वहीं, कर्नाटक पुलिस की आईजी डी रूपा खुश हैं कि उनके आरोप सही साबित हुए. उन्होंने कहा, 'जब वीआईपी को ख़ास सुविधाएं मिलती हैं तो दूसरे क़ैदियों को ये संदेश जाता है कि पैसे से कुछ भी ख़रीदा जा सकता. सिस्टम अपने हिसाब से बदला जा सकता है.
VIDEO: 'शशिकला को जेल में VIP सुविधाएं'
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