वीके शशिकला अब कैदी नंबर 9234, चावल-चटनी से किया ब्रेकफास्ट, मोमबत्ती बनाने का मिल सकता है काम

वीके शशिकला अब कैदी नंबर 9234, चावल-चटनी से किया ब्रेकफास्ट, मोमबत्ती बनाने का मिल सकता है काम

वीके शशिकला ने जेल में जमीन पर सोकर बिताई रात

खास बातें

  • शशिकला कैदी नंबर 9234 के तौर पर पहचानी जाएंगी
  • उन्होंने जमीन पर सोकर रात बिताई
  • उन्हें जेल में मोमबत्ती बनाने का काम मिल सकता है
बेंगलुरु:

आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट से चार साल की सजा के बाद शशिकला ने परापन्ना जेल में आत्मसमर्पण कर दिया है. जेल में शशिकला कैदी नंबर 9234 के तौर पर पहचानी जाएंगी. 61 साल की शशिकला के साथ बैरक में अन्य कैदी भी हैं, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि उनकी रिश्तेदार इलावरसी उनकी बैरक में हैं या नहीं.  जेल की पहली रात शशिकला ने जमीन पर सोकर बिताई. उन्हें खाट देने के निर्णय के बारे में आज डॉक्टरों द्वारा फैसला लिया जाएगा. अधिकारियों के मुताबिक- आज ब्रेकफास्ट में शशिकला ने इमली चावल के साथ चटनी खाई. उन्होंने कुछ देर मेडिटेशन भी किया.

बुधवार शाम को ही शशिकला को बेंगलुरु की परापन्ना जेल लाया गया. उन्होंने उस समय ब्राउन कलर की साड़ी पहन रखी थी. शशिकला ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं (डायबिटीज) जज से क्लास 1 बैरक मांगी थी. इस तरह की जेल में निजी टेलीविजन, घर से बना खाना, हफ्ते में दो बार मांसाहारी भोजन की व्यवस्था रहती है. लेकिन कोर्ट ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया. इसके अलावा उन्होंने मेडिटेशन करने के लिए जगह और 24 घंटे मेडिकल हेल्प की जरूरत बताई थी.

एक अधिकारी ने बताया, "कोई भी खास सुविधा शशिकला को नहीं दी जाएगी." मीडिया में आई खबरों को उन्होंने खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि शशिकला ने घर का बना खाना, मिनरल वाटर और एक स्पेशल टॉयलेट की मांग जेल प्रशासन से की है.

रिपोर्टों के मुताबिक, आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा पाने वाली शशिकला को जेल में मोमबत्ती बनाने का काम दिया जाएगा. लेकिन अधिकारियों ने कहा -इसके बारे में बता पाना अभी जल्दी है.

गौरतलब है कि शशिकला ने इससे पहले 2014 में जयललिता के साथ तीन सप्ताह जेल में गुजारे थे. जयललिता इस केस में मुख्य दोषी थीं. जयललिता का 5 दिसंबर को निधन हो गया था.


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