
वैंकेया नायडू की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
उपराष्ट्रपति एम वेकैंया नायडू ने उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों से देश वापस आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जो छात्र सिर्फ उच्च शिक्षा के लिए देश से बाहर गए हैं उन्हें चाहिए कि वह वापस आकर देश की सेवा करें. उन्होंने यह बात डॉ डी.वाई पाटिल विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह के दौरान कही. उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैं समझता हूं कि कई छात्र स्नातक की पढ़ाई पूरी कर भारत या विदेश में उच्च शिक्षण संस्थानों में आगे की शिक्षा हासिल करना चाहेंगे. अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने में कुछ गलत नहीं है लेकिन मेरी सलाह हर किसी के लिए है कि जो विदेश जाता है वह वापस जरूर आए और मातृभूमि की सेवा करे.
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उन्होंने कहा, जाओ, पढ़ो, कमाओ और मातृभूमि लौट आओ. उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपनी मातृ भाषा, जन्मस्थान और मातृभूमि को हमें कभी भी नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके लिए देशभक्ति की परिभाषा देश प्रेम है. देश का मतलब ( सिर्फ) सीमाएं नहीं है, बल्कि इसमें लोग शामिल है भले ही उनकी जाति और धर्म अलग-अलग ही क्यों न हों. हमारे पास भले ही विभिन्न भाषाएं और धर्म हों, लेकिन विविधता में एकता है और यही एकता हमारी संस्कृति और विरासत है. (इनपुट भाषा से)
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उन्होंने कहा, जाओ, पढ़ो, कमाओ और मातृभूमि लौट आओ. उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपनी मातृ भाषा, जन्मस्थान और मातृभूमि को हमें कभी भी नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके लिए देशभक्ति की परिभाषा देश प्रेम है. देश का मतलब ( सिर्फ) सीमाएं नहीं है, बल्कि इसमें लोग शामिल है भले ही उनकी जाति और धर्म अलग-अलग ही क्यों न हों. हमारे पास भले ही विभिन्न भाषाएं और धर्म हों, लेकिन विविधता में एकता है और यही एकता हमारी संस्कृति और विरासत है. (इनपुट भाषा से)
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