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This Article is From Aug 20, 2020

आजमगढ़ जिले में दलित प्रधान की हत्‍या के दो आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर..

बेखौफ' हत्‍यारों ने हत्‍या के बाद प्रधान के घर पहुंचकर परिजनों को बताया कि उन्‍होंने प्रधान को मार डाला है. गांव वालों ने आज हत्‍या के एक आरोपी के घर तोड़फोड़ भी की.

आजमगढ़ जिले में दलित प्रधान की हत्‍या के दो आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर..
हत्‍या के चार आरोपियों में से दो अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं (प्रतीकात्‍मक फोटो)
लखनऊ:

आजमगढ़ (Azamgarh) में एक दलित प्रधान की हत्‍या (Dalit Pradhan Murder)के दिन भी चार में से दो हत्‍यारे पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. 'बेखौफ' हत्‍यारों ने हत्‍या के बाद प्रधान के घर पहुंचकर परिजनों को बताया कि उन्‍होंने प्रधान को मार डाला है. गांव वालों ने आज हत्‍या के एक आरोपी के घर तोड़फोड़ भी की. प्रधान के घरवालों से मिलने जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने रोक लिया और उनके घर नहीं जाने दिया. इसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. 

महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से ये कांग्रेस कार्यकर्ता मारे गए प्रधान के परिजनों से मिलने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्‍हें जाने नहीं दिया.कांग्रेस सांसद पीएल पूनिया ने कहा, वहां जाकर ये कार्यकता परिवार के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त करना चाहते थे. पूछना चाहते थे कि जो भी सहायता मिलनी चाहिए थी मिली या नहीं मिली, सरकार और पुलिस का रवैया क्‍या है लेकन वहां नहीं जाने दे रहे हैं. गौरतलब है कि आजमगढ़ के बांसगांव के दलित प्रधान सत्‍यमेव जयते को 14 अगस्‍त की शाम को गोलियों से भून दिया गया. इसे बाद नाराज ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इलाके की पुलिस चौकी फूंक दी. एक चश्‍मदीद ने बताया, 'हम पीछे थे और आगे उनकी मां घास काट रही थी. प्रधान की हत्‍या करने के बाद वे गाड़ी लेकर भाग गए. 

इस मामले को लेकर प्रधान के भाई ने बताया, 'उन्‍होंने (प्रधान ने) अपना ट्यूबवेल बनवाया है. तालाब और वहां पर एक घर भी बनवाया है. वहां से बुलाकर और घर में ले जाकर तीन आदमियों ने उन्‍हें पकड़ लिया और एक एक शख्‍स ने गोली मार दी.' हत्‍याकांड के बाद पुलिस के शीर्ष अफसरों ने 12 घंटे में हत्‍यारों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया. आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने कहा, 'संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें लगा दी गई हैं. सभी टीमों से 12 घंटे में हर हाल में आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने को कहा गया है.' प्रधान के घरवालों ने इस संबंध में विवेक, सूर्यांश, वसीम और एक अज्ञात शख्‍स के खिलाफ FIR की गई है. इनमें से विवेक उर्फ गोलू सिंह को तीसरे दिन पकड़ा गया है, हत्‍या में प्रयुक्‍त पिस्‍तौल भी उसके पास से बरामद हुई है. पुलिस के अनुसार, विवेक पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. पूछताछ में विवेक ने प्रधान के कातिलों के साथ होने की बात तो मानी है लेकिन गोली चलाने से इनकार किया है.


 

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