प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
कनॉट प्लेस के एक पांच सितारा होटल में अप्रैल में जिस अमेरिकी नागरिक के साथ कथित सामूहिक बलात्कार हुआ था उन्होंने कहा है कि वह जांच से संतुष्ट नहीं हैं और अपने ‘भयानक’ अनुभव के बावजूद जांच में शामिल होने के लिए यहां आने को तैयार हैं.
पीड़िता ने एक ईमेल बातचीत में बताया कि आठ महीने से उन्हें परेशान कर रहे डरावने अनुभव का वह किस तरह से सामना करने की कोशिश कर रही हैं.
अमेरिका में सहायक शिक्षिका के तौर पर काम करने वाली 25 वर्षीय पीड़िता ने दावा किया कि आरोपी ने उन्हें कई दिनों तक मादक पदार्थ से नशे में रखा और बाद में वह घटना का ब्योरा जुटा सकीं.
उन्होंने बताया कि लौटने पर जुलाई 2016 खत्म होने को था तभी उन्हें भारत में हुई चीजें याद आनी शुरू हुईं.
उन्होंने बताया,‘आज तक, जब कभी मैं दिमाग पर जोर डालती हूं तो मैं डर जाती हूं. मैं खुद को काम में और अन्य गतिविधियों में व्यस्त रखने की कोशिश कर रही हूं. उन्होंने एक एनजीओ से संपर्क किया,जिसने दिल्ली पुलिस को 5 अक्तूबर को एक ईमेल भेजा.
पीड़िता ने बताया, जिस तरह से जांच हो रही है उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं. दिल्ली पुलिस ने मेरी ओर से एनजीओ द्वारा दायर शिकायत 17 अक्तूबर को स्वीकार कर ली, लेकिन उन्होंने कोई जांच शुरू नहीं की. उन्होंने बताया, मैंने मीडिया में आई खबरें पढ़ीं और ऐसा लगता है कि पुलिस ने फोन पर आरोपी से संपर्क किया. मैं चिंतित हूं कि आरोपी को अब तक क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया है जबकि 3 दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है.
उन्होंने कहा- मुझे डर है कि आरोपी कोई सबूत नष्ट कर सकते हैं. पीड़िता ने कहा कि वह यहां वापस आने में सहज महसूस नहीं कर रही हैं फिर भी उन्होंने जांच एजेंसियों को भरोसा दिलाया है कि वह जरूरत पड़ने पर मामले में सहायता के लिए यहां आएंगी.
उन्होंने जोर देते हुए कहा, मेरे पास खौफनाक यादें हैं. मैं भारत जाने में सहज नहीं हूं, लेकिन मैं जांच में शामिल होने जाऊंगी ताकि आरोपी को सजा मिल सके.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पीड़िता ने एक ईमेल बातचीत में बताया कि आठ महीने से उन्हें परेशान कर रहे डरावने अनुभव का वह किस तरह से सामना करने की कोशिश कर रही हैं.
अमेरिका में सहायक शिक्षिका के तौर पर काम करने वाली 25 वर्षीय पीड़िता ने दावा किया कि आरोपी ने उन्हें कई दिनों तक मादक पदार्थ से नशे में रखा और बाद में वह घटना का ब्योरा जुटा सकीं.
उन्होंने बताया कि लौटने पर जुलाई 2016 खत्म होने को था तभी उन्हें भारत में हुई चीजें याद आनी शुरू हुईं.
उन्होंने बताया,‘आज तक, जब कभी मैं दिमाग पर जोर डालती हूं तो मैं डर जाती हूं. मैं खुद को काम में और अन्य गतिविधियों में व्यस्त रखने की कोशिश कर रही हूं. उन्होंने एक एनजीओ से संपर्क किया,जिसने दिल्ली पुलिस को 5 अक्तूबर को एक ईमेल भेजा.
पीड़िता ने बताया, जिस तरह से जांच हो रही है उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं. दिल्ली पुलिस ने मेरी ओर से एनजीओ द्वारा दायर शिकायत 17 अक्तूबर को स्वीकार कर ली, लेकिन उन्होंने कोई जांच शुरू नहीं की. उन्होंने बताया, मैंने मीडिया में आई खबरें पढ़ीं और ऐसा लगता है कि पुलिस ने फोन पर आरोपी से संपर्क किया. मैं चिंतित हूं कि आरोपी को अब तक क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया है जबकि 3 दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है.
उन्होंने कहा- मुझे डर है कि आरोपी कोई सबूत नष्ट कर सकते हैं. पीड़िता ने कहा कि वह यहां वापस आने में सहज महसूस नहीं कर रही हैं फिर भी उन्होंने जांच एजेंसियों को भरोसा दिलाया है कि वह जरूरत पड़ने पर मामले में सहायता के लिए यहां आएंगी.
उन्होंने जोर देते हुए कहा, मेरे पास खौफनाक यादें हैं. मैं भारत जाने में सहज नहीं हूं, लेकिन मैं जांच में शामिल होने जाऊंगी ताकि आरोपी को सजा मिल सके.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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